जयपुर। केंद्र सरकार के वित्त सचिव रहे राजस्थान काडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद मायाराम के यहां गुरुवार को सीबीआई ने छापेमारी की। पिछले महीने अरविंद मायाराम और उनकी पत्नी शैल मायाराम राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। वे इस समय राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार हैं। सीबीआई की कई टीमों ने गुरुवार को जयपुर और दिल्ली में उनके आवास व अन्य परिसरों पर छापा मारा।
सीबीआई ने अरविंद मायाराम पर मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय वित्त सचिव रहते हुए नोट छापने के टेंडर में घोटाले का केस दर्ज किया था। उस समय 1,688 करोड़ रुपए के करेंसी प्रिटिंग घोटाला का आरोप लगा था। बताया जा रहा है कि गुरूवार को सीबीआई ने छापे में कई दस्तावेज जब्त किए है। बताया जा रहा है कि 2017 में इस घोटाले की शिकायत की गई थी। यह मामला करेंसी छापने के लिए सामग्री की आपूर्ति करने वाली एक ब्लैक लिस्टेड ब्रिटिश कंपनी से जुड़ा है।
बताया जा रहा है कि कंपनी को सामग्री की क्वालिटी घटिया होने के चलते वर्ष 2011 में ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था। इसके बावजूद अरविंद मायाराम के वित्त सचिव रहते समय बिना टेंडर प्रक्रिया के कंपनी को तीन साल का एक्सटेंशन देकर नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला कलरफुल धागा खरीदने का ऑर्डर जारी हुआ था। बताया जाता है यह ऑर्डर करीब 1,688 करोड़ का था। यह खरीद 2012 में हुई जबकि कंपनी एक साल पहले से ब्लैक लिस्टेड थी।
यह भी बताया जाता है कि इस कंपनी के भारतीय प्रतिनिधि का नाम पनामा पेपर लीक से भी जुड़ा था। इस मामले में अरविंद मायाराम को केंद्र सरकार ने 2017 में नोटिस भेजा था। गौरतलब है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के थोड़े दिन बाद अक्टूबर 2014 में मायाराम को वित्त से हटा कर पर्यटन मंत्रालय में भेज दिया गया। बाद में उनको अल्पसंख्यक विभाग में भेजा गया। केंद्र सरकार में रहते उनको पी चिदंबरम का करीबी माना जाता था। पिछले दिनों राजस्थान के अलवर में वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।