khatu on ekadashi: आज देवउठनी एकादशी है. और इस दिन का श्रद्धालु बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. इस दिन का खासतौर पर बाबा श्याम के भक्त पलके बिछाकर बाहें खोलकर अपने बाबा का इंतजार कर रहे थे. देवउठनी एकादशी के दिन ही बाबा श्याम का जन्मदिन आता है. यह उत्सव नहीं महाउत्सव है.
इस दिन को देव दीवाली के रूप में मनाते है. देवउठनी एकादशी के दिन ही सभी मंगल कार्यों की शुरूआत होती है. इस दिन से शादियों की शुरूआत हो जाती है. आज के ही दिन सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु योगनिंद्रा से जागकर सभी मंगल कार्यों की शुरूआत करते है.
सीकर की खाटू नगरी में विराजित हारे के सहारे बाबा श्याम का आज जन्मदिन है. खाटूनगरी में आमतौर पर बाबा के दर्शन के लिए लंबी लाइनों की कतारें देखी जा सकती है. लेकिन खाटूधाम में आज का नजारा ही अलग है. (khatu on ekadashi)
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आतिशबाजी नहीं करने की अपील की
देश-दुनिया से खाटू पहुंच रहे करीब 5 लाख भक्त दिनभर में बाबा का दर्शन करेंगे. बाबा के मंदिर परिसर को ग्रीन और गोल्डन थीम पर सजाया गया है. कोलकाता के 30 फूलों के कारीगरों ने मंदिर के भीतर अलग-अलग डिजाइन तैयार किए हैं.
देर रात से ही बाबा श्याम के जयकारों के साथ श्रद्धालु अपने श्यामधणी का दर्शन कर रहे है. हाथों में बाबा के जन्मदिन का केक, फूलमाला और ईत्र की शीशी लेकर अपने लखदातार के दर्शन को आतुर हो रहे है.
जन्मोत्सव के मौके पर श्रद्धालुओं का पहुंचना एक दिन पहले ही शुरू हो गया था. सोमवार रातभर खाटूनगरी बाबा के जयकारों से गूंजती रही. खाटू के तोरण द्वार पर देर रात करीब दो घंटे तक आतिशबाजी भी की गई.
हालांकि, मंदिर कमेटी ने भक्तों से आतिशबाजी नहीं करने की अपील की है. वहीं, बाबा के दर्शनों के लिए देर रात से भक्त लाइनों में लगे हैं. बाबा को जन्मोत्सव की बधाई देने के लिए कई श्रद्धालु मावे का केक भी बनाकर लाए हैं.
56 भोग का प्रसादी के साथ श्रीनाथजी की तर्ज पर सजावट
खाटूश्याम मंदिर के मुख्य द्वार को श्रीनाथजी की थीम पर सजाया गया है. जन्मोत्सव के मौके पर मंगलवार शाम को विशेष प्रकार का 56 भोग बाबा को अर्पण किया जाएगा. वहीं, खाटूनरेश के दर्शन आज रात 10 बजे तक लगातार होंगे.
मंदिर प्रशासन ने भक्तों की भीड़ को देखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं. दर्शनों के लिए कुल 14 लाइन चालू हैं. जिसमें 10 लाइन तो 75 फीट ग्राउंड से सीधे मंदिर की तरफ लाती हैं. अन्य 4 लाइन मंदिर के मुख्य द्वार की तरफ से हैं.
मंदिर कमेटी का कहना से वे सभी श्रद्धालुओं से अपील कर हैं कि मंदिर परिसार में इत्र व फूल माला इधर-उधर न फेंके. मंदिर की सजावट से भी छेड़छाड़ न करें. मंदिर परिसर में सोमवार रात से लाइनें लगी हुई हैं.
भक्तों का कहना है कि थोड़ा टाइम लग रहा है लेकिन बाबा के दर्शन हो रहे हैं. देर रात हुई आतिशबाजी के दौरान कुछ युवक पटाखों के बॉक्स को हाथ में लेकर ही आतिशबाजी करते नजर आए.