चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों में से एक और किसान की मौत हो गई है। मंगलवार को खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत हुई। Farmers protest
मंगलवार को पटियाला के रहने वाले करनैल सिंह की तबीयत बिगड़ गई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पिछले 15 दिन से चल रहे आंदोलन के दौरान ये आठवीं मौत है। मरने वालों में तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
इस बीच किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने अंबाला में 28 और 29 फरवरी को इंटरनेट बंद करने का ऐलान किया है। इस अवधि के दौरान अंबाला के सदर पुलिस स्टेशन के अधीन पंजोखेरा और नग्गल में इंटरनेट बंद रहेगा। गौरतलब है कि किसान अभी शंभू और खनौरी बॉर्डर पर ही डटे हुए हैं। हालांकि हरियाणा में बॉर्डर पर सड़कें खोली जा रही हैं।
इस बीच मंगलवार को किसान मजदूर मोर्चा यानी केएमएम और संयुक्त किसान मोर्चा के एक धड़े ने दिल्ली कूच पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि बुधवार यानी 28 फरवरी को इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा।
इस बीच किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा- केंद्र और पंजाब के कुछ अधिकारी कह रहे हैं कि हरियाणा पुलिस पर एफआईआर को लेकर केंद्र और किसानों की वार्ता टूटी है। मगर, ऐसा नहीं है। बातचीत ठेका आधारित खेती के प्रस्ताव से टूटी है, हम एमएसपी गारंटी का कानून मांग रहे हैं। इसी वजह से वार्ता में अड़ंगा लगा है।
पंधेर ने कहा कि बीते दिन उनके आंदोलन को पूरे देश में समर्थन मिला है। भारत के इतिहास में पहली बार आदिवासियों ने किसानों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा- युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले में पंजाब पुलिस ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। हम हरियाणा पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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