इम्फाल। म्यांमार की सीमा से लगते मणिपुर के शहर मोरेह में एक बार फिर गोलीबारी हुई है। सोमवार की सुबह म्यांमार की सीमा से सटे मोरेह में पुलिस और विद्रोहियों के बीच गोलीबारी हुई। पुलिस की टीम मोरेह शहर से गुजर रही थी उसी समय विद्रोहियों ने पुलिस टीम को निशाना बनाया। घटना के बाद सीमा क्षेत्र की सुरक्षा चाकचौबंद करने के लिए मणिपुर पुलिस की अतिरिक्त टीमों को बॉर्डर इलाकों में भेजा गया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना के बाद कहा कि मोरेह में सुरक्षा बलों पर हमलों में म्यांमार के विद्रोहियों का हाथ है। सुरक्षा बलों पर हमले के दौरान विद्रोहियों ने मोर्टार दागे। दोनों तरफ से किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है। इससे पहले रविवार की रात को वार्ड नंबर सात और मोरेह बाजार में गोलीबारी की सूचना मिली थी। गौरतलब है कि म्यांमार की सीमा से लगे मणिपुर के मोरेह में 30 दिसंबर बाद से कुकी विद्रोहियों और मणिपुर पुलिस के बीच संघर्ष तेज हो गया है। इस संघर्ष में 11 पुलिस कमांडो और बीएसएफ के तीन जवान घायल हुए हैं।
इस बीच, मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों ने मोरेह, इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्वी जिलों के सीमांत इलाकों में तलाशी अभियान चलाया है। 30 दिसंबर के बाद हुई हिंसा के बाद मोरेह में कारोबार पूरी तरह से बंद हैं। कुकी विद्रोहियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी में फंसने के डर से भारत-म्यांमार सीमावर्ती टेंगनौपाल जिले के व्यापारिक शहर मोरेह में कुकी अपने घर छोड़ रहे हैं।