इम्फाल। मणिपुर में नए साल में शुरू हुई हिंसा का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार को राज्य में 12 घंटे के अंदर दूसरी बार सुरक्षा बलों और विद्रोहियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों पर आरपीजी से हमला किया, जिसमें मणिपुर पुलिस के चार और बीएसएफ का एक जवान घायल हुआ है। उन्हें इलाज के लिए इम्फाल भेजा गया है। इससे पहले एक जनवरी को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी। साल के पहले दिन हुई हिंसा के बाद राजधानी इम्फाल सहित पांच जिलों में कर्फ्यू लगाई गई है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट करके केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- आठ महीने से मणिपुर के लोग हत्या, हिंसा और तबाही झेल रहे हैं। यह सिलसिला कब रुकेगा? सरकार को बिना देर किए सभी पक्षों से बातचीत करके शांति लाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उधर मणिपुर में दो लापता छात्रों की हत्या मामले में जांच एजेंसी सीबीआई ने दो अलग-अलग आरोपपत्र दाखिल किए हैं। इसमें पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है।
गौरतलब है कि, 25 सितंबर 2023 को दो छात्रों के शव की तस्वीरें वायरल हुई थीं। इसके बाद मणिपुर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। हालांकि, तीन महीने बाद भी सीबीआई को शव नहीं मिल पाया है। इस बीच सीबीआई अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आरोपपत्र में छात्रों के लापता होने से पहले की घटनाओं का क्रम बताया गया है। पुलिस ने बताया कि दो छात्र, जिनमें एक लड़का और एक लड़की थे, उन्हें छह जुलाई 2023 को पांच लोगों ने रोक लिया और जबरन एक वाहन में डालकर अज्ञात स्थान पर ले गए। इसके बाद उनकी हत्या कर दी। पांचों आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अभी भी फरार है।