नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिमी मानसून के रफ्तार धीमी पड़ गई है और इसका नतीजा यह है कि देश के अलग अलग हिस्सों में एक्स्ट्रीम मौसम देखने को मिल रहा है। देश के उत्तरी राज्यों में हीटवेव और तेज गर्मी का दौर जारी है तो दूसरी ओर पूर्वोत्तर में भारी बारिश देखने को मिल रही है। पिछले तीन दिन से जारी बारिश के चलते सिक्किम में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। जगह जगह भूस्खलन और बाढ़ में सैकड़ों घर और कई सड़कें बह गईं। सबसे ज्यादा तबाही सिक्किम के मंगन जिले में हुई है।
राहत और बचाव कार्य में जुटे आपदा प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि लाचुंग और चुंगथांग में करीब दो हजार पर्यटक फंसे हैं। इन्हें अब हेलीकॉप्टर से ही निकाला जा सकता है, लेकिन खराब मौसम में हेलीकॉप्टर का उड़ पाना मुमकिन नहीं है। फिलहाल, पर्यटक जहां फंसे हैं, उन्हें वहीं रहने को कहा गया है। सिक्किम में तीस्ता नदी भी उफान पर है, जिससे सिंगताम शहर के निचले इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि सिक्किम के साथ साथ पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में बारिश हो सकती है।
दूसरी ओर मौसम विभाग ने देश के उत्तरी हिस्सों में भीषण गर्मी और लू की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और ओडिशा के अलग अलग स्थानों पर भयंकर गर्मी रही और लू चली। मानसून में देरी के चलते आने वाले कुछ दिन गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा दर्ज किया गया। हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, और राजस्थान में भी कई जगहों पर तापमान 44 से 47 डिग्री दर्ज किया गया।