मुंबई | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि मुंबई, पुणे, रायगढ़ इलाकों में भारी बारिश हो रही है और सेना तथा नौसेना की इकाइयां राज्य में सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
नागरिकों से अपील: सुरक्षित रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन अधिकारी और कर्मचारी जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं और जिन स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति है। साथ ही वहां बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। लेकिन नागरिकों से अपील है कि अगर आवश्यक न हो तो अपने घरों से बाहर न जाएं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, नौसेना, पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य प्रणाली को निर्देश दिया गया है कि वे एक दूसरे के साथ समन्वय स्थापित करें और आवश्यकतानुसार मदद करें।
प्रशासन का आपदा प्रबंधन: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य
बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए बचाव दल को काम करने, उन्हें खाने के पैकेट, दवा और पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही एनडीआरएफ, सेना, नौसेना की मदद लेने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पुणे, मावल, मुलशी में बांध क्षेत्र में भारी बारिश हुई है और पुणे अधिक प्रभावित हुआ है। मुंबई शहर और उपनगरों में भी भारी बारिश हो रही है और हमारा प्रशासन मुंबई में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। श्री शिंदे ने कहा कि वह पुणे, रायगढ़, मुंबई के कलेक्टर और नगर आयुक्त के संपर्क में हैं और बाढ़ की स्थिति में समन्वय कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में भारी बारिश: सेना और नौसेना तैयार
उन्होंने कहा कि मैंने पुणे से जुड़े सेना और नौसेना के अधिकारियों से बात की है। साथ ही जहां कहीं भी लोग फंसे हुए हैं, हेलीकॉप्टरों से उन्हें बचाने का उपाय करने के लिए कहा गया है।
मुंबई में कुर्ला, घाटकोपर में जमा पानी निकालने का काम चल रहा है। मुंबई में 255 पंप कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने मुंबई नगर आयुक्त को पूरी व्यवस्था को काम पर लगाने का निर्देश दिया है।
मुंबई में बारिश बढ़ने के कारण मध्य पश्चिम और हार्बर रेलवे प्रणाली को स्टैंडबाय पर रखा गया है। शिंदे ने कहा कि बारिश और बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और मैं नागरिकों से अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं।
उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के सभी मंत्रालयों के साथ-साथ जिला स्तर पर प्रशासन भी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
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