मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम में पिछले दिनों संयुक्त कोषाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी। कांग्रेस छोड़ने की औपचारिक घोषणा करने के बाद रविवार को वे शिव सेना में शामिल होंगे। शिव सेना के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनको पार्टी में शामिल कराया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने के दिन कांग्रेस छोड़ने के उनके फैसले पर तंज करते हुए कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने की टाइमिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तय कराई थी। कांग्रेस छोड़ते हुए देवड़ा ने परोक्ष रूप से राहुल पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस उद्योगपतियों को निशाना बनाती है और उन्हें देशद्रोही बताती है।
बहरहाल, रविवार की सुबह कांग्रेस छोड़ने के बाद दोपहर एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में मिलिंद देवड़ा शिव सेना में शामिल हुए। दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से सांसद रहे देवड़ा को पार्टी में शामिल करवाने के लिए दोपहर में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पहले, देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा की। मिलिंद देवड़ा के पार्टी में शामिल होने के मौके पर के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि व मिलिंद देवड़ा का शिव सेना में मनपूर्वक स्वागत करते हैं।
कांग्रेस छोड़ने की घोषणा करते हुए मिलिंद देवड़ा ने कहा- मेरी राजनीतिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय आज समाप्त हो गया। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है। मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं। माना जा रहा है कि शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट के साथ कांग्रेस का समझौता होने से मिलिंद देवड़ा असहज थे क्योंकि पिछले दो चुनाव से उद्धव गुट के अरविंद सावंत ही उनको हरा कर दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीत रहे हैं। इस बार भी यह सीट उद्धव ठाकर के खाते में ही जाने की संभावना है।