मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिव सेना और शरद पवार की एनसीपी के बीच सीट बंटवारा अटक गया है। इसमें भी उद्धव ठाकरे की शिव सेना और कांग्रेस के बीच ज्यादा मतभेद उभरे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ उद्धव की पार्टी ने खुल कर बयान दिया है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पटोले को निशाना बनाया है और कहा जा रहा है कि पार्टी की ओर से कांग्रेस आलाकमान से नाना पटोले को सीट बंटवारे की वार्ता से अलग करने को कहा गया है।
जानकार सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे की पार्टी ने कहा है वह महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा नहीं करेगी। हालांकि विपक्षी दलों के गठबंधन महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए के सूत्रों ने कहा था कि राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 260 पर उम्मीदवारी को लेकर सहमति बन गई है। लेकिन इसके दूसरे ही दिन शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट का असंतोष उभरकर सामने आ गया है।
शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि सहयोगी दल अभी सिर्फ दो सौ सीटों पर सहमत हुए हैं। उन्होंने नाना पटोले का नाम लिए बिना उन पर तंज करते हुए कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता फैसला करने में सक्षम नहीं हैं। मुंबई में मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा- एमवीए में शामिल दलों में महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों में से दो सौ पर आम सहमति बनी है। राउत ने बताया कि उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और महाराष्ट्र के लिए पार्टी के प्रभारी रमेश चेन्निथला से शुक्रवार की सुबह बात की। राउत ने कहा कि वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी बात करेंगे।
संजय राउत ने कहा- फैसला जल्द लिया जाना चाहिए। बहुत कम समय बचा है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता फैसले लेने में सक्षम नहीं हैं। उन्हें बार बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है और फिर चर्चा होती है। जल्दी से जल्दी निर्णय लेना होगा। इससे पहले नाना पटोले ने गुरुवार की शाम को कहा था कि 20 से 25 विधानसभा सीटों पर सभी पार्टियों की दावेदारी है। कहा जा रहा है कि उद्धव की पार्टी विदर्भ में ज्यादा सीट लड़ना चाहती है, जिसके लिए पटोले तैयार नहीं हैं। वे उसी इलाके से आते हैं।