जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) आदिवासी रंग में रंगे नजर आए। मुख्यमंत्री ना केवल आदिवासी वेशभूषा में नजर आए, बल्कि उनके साथ थिरकने में भी नहीं हिचके। दरअसल, प्रदेश में सोमवार को रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस (Sacrifice Day) मनाया गया। इस मौके पर जबलपुर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रानी दुर्गावती का इस इलाके से खास नाता रहा है। इस मौके पर आदिवासियों ने पारंपरिक तरीके से मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) का स्वागत किया। उन्हें आदिवासी टोपी भी पहनाई। आदिवासियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप और नृत्य के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री भी आदिवासी कलाकारों का साथ देने में पीछे नहीं रहे।
उन्होंने भी वाद्य यंत्रों को गले में पहना और आदिवासियों के दल के साथ जमकर थिरके। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा कि लगभग 500 वर्ष पूर्व भारत में रानी दुर्गावती के रूप में ऐसी वीरांगना ने जन्म लिया, जिन्होंने न केवल भारत का मान बढ़ाया बल्कि गोंडवाना राज्य में चार चांद लगाकर इतिहास में अमर हो गईं। उन्होंने रानी दुर्गावती (Queen Durgavati) के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि 16 साल के शासनकाल में रानी दुर्गावती ने युद्ध के मैदान में दुश्मनों के दांत खट्टे किए ही, सुशासन की भी उत्कृष्ट मिसाल पेश की। वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म पर भी अपनी तस्वीर पोस्ट की और लिखा जीवन में उत्साह और आनंद का प्रतीक जनजातीय संस्कृति।
यह भी पढ़ें: