भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना के 2025 में 100 वर्ष पूरे होने पर भले ही कोई बड़ा आयोजन नहीं कर रहा है लेकिन संघ ने और भी अधिक सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी बनने के लिए सोशल इंजीनियरिंग और सोशल मीडिया के माध्यम से क्रमबद्ध संघ अपनी सक्रियता बढ़ाएगा। अब व्यक्ति के साथ-साथ परिवार जोड़ने के लिए महिलाओं और युवाओं पर विशेष फोकस किया जा जायेगा। इंदौर में चार दिवसीय संपर्क विभाग की बैठक पूरी होने के बाद संघ के सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले आज भोपाल में विचार विभाग की समापन बैठक में भाग लेंगे। इस दौरान चुनिंदा मीडिया संस्थानों के प्रमुखों से भी मिलेंगे।
दरअसल, पिछले दिनों जब केंद्र सरकार ने शासकीय कर्मचारियों के संघ की शाखों में जाने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया तब पूरे देश में एक नई तरह की बहस छिड़ी जिसमें संघ के पक्ष और विपक्ष के तर्क सामने आए इससे संघ को यह बात समझने में देर नहीं लगी कि संघ जिस तरह के राष्ट्र निर्माण के कार्य में लगा है। समाज में सज्जन शक्तियों को प्रोत्साहित कर रहा है। उसके अनुरूप संघ के प्रति समाज में सकारात्मक धारणा यदि समृद्ध नहीं हुई है तो उसका केवल एक ही कारण है कि संघ अब तक प्रचार-प्रसार से दूर एक सीमीत दायरे में रहा है लेकिन अब संघ सर्वव्यापी और सर्वस्पर्शी बनने के लिए एक तरफ जहां सोशल इंजीनियरिंग का सहारा लेगा। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी संघ की सक्रियता बढ़ेगी और व्यक्तियों के साथ-साथ पूरे परिवार को जोड़ने के लिए संघ की मैदानी सक्रियता बढ़ेगी। भारतीय परिवार परंपरा को मजबूत बनाने और संघ से परिचित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसमें संघ की गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। इंदौर की पंत वेद कॉलोनी स्थित सुदर्शन भवन में चार दिनों तक चली बैठक में 11 क्षेत्र और 46 प्रांत के लगभग 180 पदाधिकारीयों ने भाग लिया।
बहरहाल, एक बार फिर संघ ने मध्य प्रदेश पर फोकस बढ़ा दिया है। भोपाल और इंदौर में चली बैठकों के बाद अब संघ फ़ोकस उन लोगों पर रहेगा जो समाज में प्रतिष्ठा रखते हैं। खासकर समाजसेवी डॉक्टर इंजीनियर वकील प्रोफेसर चार्टर्ड अकाउंट धर्माचार्य प्रबुद्ध जन और जो कहीं ना कहीं अपना प्रभाव रखते हैं। चाहे वह मोहल्ला समितियां के विभिन्न सोसाइटियों के पदाधिकारी हो उन सबको संघ से जोड़ने के लिए अभियान चलाएगा।
कुल मिलाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब तक भले ही चुपचाप काम करने में लग रहा हो लेकिन समय काल और परिस्थितियों को देखते हुए अब संघ सार्वजनिक तौर पर भी अपनी सक्रियता दिखाएगा जिससे कि समाज में वह सभी वर्गों को जोड़ सके 2025 शताब्दी वर्ष में संघ की शाखाएं भी बढ़ेगी। प्रकल्प भी बढ़ेंगे और दायरा भी बढ़ेगा जो अब दिखाई भी देगा।