◆ खूँटी के “प्रोजेक्ट उत्कर्ष: सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्पोर्ट्स” की हॉकी टीमों ने नेहरू कप में राज्य स्तर पर जीत हासिल कर जिला का किया नाम रौशन।
◆ उपायुक्त ने खिलाड़ियों को दी जीत की बधाई, कहा खूँटी जिला में प्रतिभा की कोई कमी नही, हमे केवल उसे सही दिशा देने की जरूरत।
◆ विजेता टीमें अब राष्ट्र स्तर पर आयोजित नेहरू कप में लेंगे भाग।
प्रोजेक्ट उत्कर्ष: सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्पोर्ट्स, खूंटी ने हाल ही में आयोजित हॉकी राज्य स्तरीय नेहरू कप प्रतियोगिता में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। इस प्रतियोगिता में अंडर-17 बालक टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे झारखंड राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया, वहीं, अंडर-17 बालिका टीम ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया और राज्य में चौथा स्थान प्राप्त किया।
उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई दी है, उन्होंने कहा कि खूंटी जिला में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। हमें केवल उसे एक सही दिशा देने की जरूरत है। यहां के खिलाड़ी देश-विदेश में अपना परचम लहरा रहे हैं। आगे भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है कि बालक टीम ने अपनी शानदार खेल प्रतिभा का परिचय देते हुए 23-08-2024 को गुमला टीम को शूटआउट में 1-0 से हराया और उसी दिन सेमीफाइनल में रांची टीम को 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में, टीम ने सिमडेगा के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की। दूसरी ओर, बालिका टीम ने 22-08-2024 को चतरा और 23-08-2024 को गढ़वा को क्रमशः 14-0 और 12-0 से हराया। हालांकि, 23-08-2024 को सेमीफाइनल में रांची से 5-0 से हार गई और 24-08-2024 को हजारीबाग के खिलाफ तीसरे स्थान के मुकाबले में 4-0 से हार गई।
खूँटी जिला में प्रोजेक्ट उत्कर्ष परियोजना उपायुक्त लोकेश मिश्रा के निर्देश पर सफलतापूर्वक चलायी जा रही है। प्रोजेक्ट उत्कर्ष का उद्देश्य खूंटी जिले में स्थानीय खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और उन्हें उच्च स्तर की प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करना है। साथ हीं उपायुक्त के निदेशानुसार कुशल प्रशिक्षकों द्वारा खिलाड़ियों को अच्छी प्रशिक्षण दी जा रही है। जिससे वह बेहतर प्रदर्शन कर पाए। विजेता टीमें अब राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नेहरू कप में भाग लेंगे।
इन शानदार उपलब्धियों को केवल 75 दिनों के कठोर प्रशिक्षण के भीतर प्राप्त करना, इससे जुड़े सभी अधिकारी, प्रशिक्षक एवं संस्था की प्रभावशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस परियोजना का लक्ष्य युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारना और खेल भावना को बढ़ावा देना है।