रांची। झारखंड के कैंसर के मरीजों को बड़ी सहुलियत मिलने वाली है। उन्हें अब कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों का रुख करने की जरूरत नहीं होगी। कांके के कदमा में बने टाटा के कैंसर अस्पताल में ही उनका इलाज हो जायेगा। 400 करोड़ की लागत से बनकर इस अस्पताल का शुभारंभ शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे। कांके में राज्य सरकार की मानसिक आरोग्यशाला रिनपास की जमीन पर कैंसर अस्पताल के निर्माण कार्य का शिलान्यास वर्ष 2018 में हुआ था। इसकी आधारशिला टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) और तत्कालीन मुख्यमंत्री और रघुवर दास (Raghubar Das) ने रखी थी।
इस मौके पर रतन टाटा ने कहा था कि कैंसर के कारण हर साल लाखों लोग मरते हैं। इसका इलाज इतना महंगा है कि लोग इस रोग से लड़ने की हिम्मत ही खो बैठते हैं। मैं झारखंड सरकार की सराहना करता हूं। यह अस्पताल कई लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभायेगा।
इस अस्पताल में ओपीडी का संचालन एक साल पहले से किया जा रहा है। 12 मई के बाद यहां इनडोर कैंसर पेशेंट का भी इलाज शुरू हो जाएगा। अस्पताल में फिलहाल 82 बेड हैं, जिनमें से 50 फीसदी यानि 41 बेड स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित हैं। अस्पताल में 14 ऑपरेशन थिएटर और 28 बेड का आइसीयू भी होगा। इसके अलावा यहां आवासीय परिसर भी बनाया जायेगा। अस्पताल का निर्माण टाटा ट्रस्ट ने किया है। इस अस्पताल की खासियत ये है कि इसमें इलाज के साथ कैंसर पर रिसर्च भी होगा। अस्पताल को मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर के समान विकसित किया जाना है। (आईएएनएस)