रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित किया और उसके बाद अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। हेमंत सोरेन ने चार जुलाई को तीसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। लेकिन उस दिन उनके साथ किसी मंत्री की शपथ नहीं हुई थी। सोमवार को बहुमत साबित करने के बाद उन्होंने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कांग्रेस कोटे से दीपिका पांडे सिंह और इरफान अंसारी दो नए मंत्री बनाए गए हैं। हेमंत ने अपने भाई बसंत सोरेन को मंत्रिमंडल में नहीं शामिल किया। तीन जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले चम्पाई सोरेन भी हेमंत सरकार में मंत्री बने हैं।
इससे पहले हेमंत सोरेन की सरकार ने सदन में विश्वासमत हासिल किया। सरकार के पक्ष में 45 वोट पड़े और विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा। सदन में बहुमत साबित करने के बाद हेमंत कैबिनेट का विस्तार किया गया। नए मंत्री के रूप में सबसे पहले चम्पाई सोरेन ने शपथ ली। इसके बाद रामेश्वर उरांव, दीपिका पांडेय सिंह, बैजनाथ राम और इरफान अंसारी मंत्री ने पद की शपथ ली। इनके साथ ही दीपक बरुआ, बन्ना गुप्ता, सत्यानंद भोक्ता, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन और बेबी देवी ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
इससे पहले, सदन में विश्वास मत पर चर्चा के दौरान जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोलने के लिए खड़े हुए, वैसे ही भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा- मुझे सदन में फिर से देखकर विपक्ष को कैसा लग रहा होगा, मैं समझ सकता हूं। सदन में विपक्ष के जितने भी विधायक दिख रहे हैं, उनमें से आधे भी अगली बार दिख गए तो बड़ी बात होगी। मुख्यमंत्री ने चम्पाई सोरेन को पांच महीने सरकार चलाने के लिए बधाई दी।
गौरतलब है कि 28 जून को हेमंत सोरेन जेल से रिहा हुए थे। इसके बाद तीन जुलाई को जेएमएम और कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद चम्पाई सोरेन ने इस्तीफा दिया था और हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। चार जुलाई को हेमंत सोरेन ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।