रांची। झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को एक और बड़ी सफलता मिली है। ईडी ने सोमवार को राज्य में नौ जगहों पर छापे मारे, जिसमें 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद हुई है। प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर के यहां से 30 करोड़ रुपए की नकदी मिली है। इसके अलावा संजीव लाल के करीबी ठेकेदार मुन्ना सिंह, सड़क निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार और कुलदीप मिंज के घर पर भी ईडी ने छापा मारा। इसके अलावा तीन और ठिकानों पर छापेमारी हुई।
मंत्री के निजी सचिव संजीव के नौकर जहांगीर के घर 30 करोड़ और उसके करीबी मुन्ना के यहां तीन करोड़ से ज्यादा नकद पैसा मिला। ईडी की टीम ने जब नोटों का पहाड़ बरामद किया तो नोट गिनने की छह मशीनें और कैश वैन बुलाई गई। इसके बावजूद देर शाम तक नोटों की गिनती चलती रही। इससे ठीक दो साल पहले छह मई 2022 को झारखंड की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के यहां ईडी ने छापा मारा था और तब उसे करीब 20 करोड़ रुपए की नकदी मिली थी। इसके बाद शराब कारोबारी धीरज साहू के यहां छापे में तीन सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद हुई थी।
बहरहाल, ईडी की कार्रवाई के बाद मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम है और पहले भी दो मंत्रियों के निजी सचिव रह चुके हैं। अनुभव के आधार पर ही उन्हें नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है, उसके बाद देखेंगे क्या होता है। गौरतलब है कि संजीव लाल पहले भाजपा नेता और राज्य सरकार के मंत्री रहे सीपी सिंह के यहां भी निजी सचिव रह चुका है। सीपी सिंह ने कहा कि संजीव उनका निजी सचिव था लेकिन तब उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली थी।
बहरहाल, 22 फरवरी 2023 को ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा था। वीरेंद्र राम की कंपनियों के अलावा एक सौ करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला था। डेढ़ करोड़ रुपए के जेवरात और करीब 30 लाख रुपए नकद मिले थे। ईडी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ दर्ज घूसखोरी के केस में छापा मारा था।
मोदी ने कांग्रेस को बनाया निशाना
झारखंड में ईडी की कार्रवाई में 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी जब्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को निशाना बनाया। ओडिशा के नबरंगपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज पड़ोसी राज्य झारखंड में नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि चोरी किया माल पकड़ रहा है मोदी वहां। अब आप मुझे बताइए, अगर मैं उनकी चोरी बंद कर दूं, उनकी कमाई बंद कर दूं, उनकी लूट बंद कर दूं, तो क्या वे मोदी को गाली देंगे या नहीं? लेकिन मुझे ये काम करना चाहिए या नहीं? मुझे आपके हक का पैसा बचाना चाहिए कि नहीं?