श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री बने हैं। वे इससे पहले भी मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन तब जम्मू कश्मीर पूर्ण राज्य था। बुधवार को राहुल गांधी सहित विपक्ष के अनेक नेताओं की मौजूदगी में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिल कर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं हुई। उमर अब्दुल्ला के साथ एक उप मुख्यमंत्री और चार अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली।
उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले संदेश में साफ किया कि जम्मू के लोग यह नहीं समझें कि सरकार में उनकी आवाज नहीं शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि वे सभी नौ मंत्री पद नहीं भरेंगे और कांग्रेस से बात करेंगे ताकि उसे सरकार में शामिल किया जाए। उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री बनने के बाद वीआईपी सुविधाएं कम करने का वादा किया और कहा कि उनके लिए सड़क पर कोई ग्रीन कॉरिडोर नहीं बनाया जाए या रूट नहीं लगाया जाए। उन्होंने मंत्रियों से भी ऐसा करने को कहा है।
बहरहाल, उमर अब्दुल्ला के शपथ समारोह में राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद रहे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शपथ समारोह में शामिल हुए। अरविंद केजरीवाल की पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शपथ समारोह में शिरकत की। कांग्रेस ने सरकार को बाहर से समर्थन दिया है। पार्टी का कहना है कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने तक उसकी लड़ाई जारी रहेगी। गौरतलब है कि कांग्रेस के सिर्फ छह विधायक जीते हैं। पार्टी ने गुलाम अहमद मीर को विधायक दल का नेता चुना है। वे झारखंड के प्रभारी भी हैं।
उमर अब्दुल्ला के साथ नौशेरा के विधायक सुरेंदर चौधरी को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रवींद्र रैना को 78 से ज्यादा वोट से हराया था। उनके अलावा सरकार में एक और हिंदू मंत्री सतीश शर्मा को बनाया गया है, वे छंब सीट से निर्दलीय जीते हैं और नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार को समर्थन दिया है। इनके बाद उमर अब्दुल्ला ने डीएस पोरा की विधायक सकीना इट्टू, मेंढर से विधायक जावेद राणा और राफियाबाद से चुनाव जीते जावेद अहमद डार को मंत्री बनाया गया है। वे पहली बार विधायक बने हैं।
उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेने के बाद भाजपा ने उम्मीद जताई कि वे शांति बहाली करेंगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा- मैं उमर अब्दुल्ला को बधाई देता हूं, जिन्होंने जम्मू कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उनके मंत्रिपरिषद को भी बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वे जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित करने और जनता के सामने आने वाले मुद्दों को हल करने के लिए काम करेंगे। दूसरी ओर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा- मैं जम्मू कश्मीर के लोगों को बधाई देती हूं, क्योंकि उन्हें लंबे समय के बाद एक स्थिर सरकार मिली है। पांच अगस्त 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए यह बहुत कठिन समय था। हमें उम्मीद है कि जो सरकार बनी है वह सबसे पहले घावों को भरेगी और लोगों की समस्याओं और पीड़ा को हल करेगी।