श्रीनगर। चार साल पहले आज ही के दिन यानि 14 फरवरी, 2019 को शहीद हुए जवानों के सम्मान में मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा (Lethpora) में शहीद स्मारक (Memorial) पर सीआरपीएफ (CRPF) ने माल्यार्पण समारोह (Wreath Laying Ceremony) आयोजित किया। उस आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को श्रद्धांजलि (Tribute) दी गई। सीआरपीएफ ने 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में शहीद जवानों याद करते हुए कहा कि उन्हें अपने साथियों की याद आती है, लेकिन आतंकवादियों से मुकाबला करने और कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए उनका मनोबल काफी ऊंचा है।
सीआरपीएफ के एक जवान करण सिंह (Karan Singh), जो उस काफिले का हिस्सा थे जिसे आतंकवादियों ने निशाना बनाया था, ने कहा कि उन्होंने शुरू में सोचा कि यह एक ग्रेनेड विस्फोट (Grenade Explosion) था या टायर फट गया था, लेकिन जल्द ही एहसास हुआ कि यह उनके काफिले पर आतंकवादी हमला था। उन्होंने कहा, हमने तुरंत स्थिति पर नियंत्रण पा लिया और इलाके को सुरक्षित कर लिया। सीआरपीएफ के एक अन्य जवान रविंदर बोदरा (Ravinder Bodra), जो उस दिन पुलवामा में ड्यूटी पर थे, ने कहा कि उन्हें अपने साथियों पर गर्व है और सीआरपीएफ जवानों का मनोबल ऊंचा है।
रविंदर बोदरा (Ravinder Bodra) ने कहा, हमने बदला लिया है। यदि भविष्य में आतंकवादियों के ऐसे ही मंसूबे होंगे, तो उनके साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जाएगा। सीआरपीएफ के एक अन्य जवान पीआर द्विवेदी (PR Dwivedi) ने कहा, हमने अब ड्यूटी के लिए एसओपी बदल दिया है। पहले वाहनों का आवागमन सुरक्षा बलों के काफिले के साथ होता था, अब हम किसी भी यातायात की अनुमति नहीं देते हैं। (आईएएनएस)