फरीदाबाद। पिछले साल की हिंसा को देखते हुए इस बार नूंह में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के लिए सुरक्षा के जबरदस्त बंदोबस्त किए गए हैं। सावन महीने के पहले सोमवार यानी 22 जुलाई को होने वाली इस यात्रा से एक दिन पहले इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। साथ ही एक साथ बहुत सारे मैसेज भेजने की सुविधा भी बंद कर दी गई है। साथ ही प्रशासन ने ड्रोन से पूरे इलाके की निगरानी कराने का फैसला किया है। गौरतलब है कि पिछले साल की ब्रजमंडल यात्रा में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
बहरहाल, इस साल यात्रा के आयोजन में पिछली बार की तरह बजरंग दल या आरएसएस का कोई संगठन शामिल नहीं है। इस बार यात्रा का आयोजन प्रशासन और ब्रजमंडल आयोजन समिति की ओर से किया जा रहा है। फिर भी हरियाणा सरकार के गृह विभाग ने सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए एहतियातन कई कदम उठाए हैं। गृह विभाग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक, रविवार शाम छह बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी रहेगी। साथ ही नूंह पुलिस ने भारी वाहन चालकों के लिए विशेष निर्देश भी जारी किए हैं।
गृह विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए दो हजार पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही अर्ध सैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है। साथ ही ड्रोन से यात्रा की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा अरावली पर्वत में भी हरियाणा पुलिस के कमांडो द्वारा सर्च अभियान चलाया जाएगा। गृह विभाग के आदेशों के मुताबिक, गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए पर भारी वाहनों पर यात्रा के दौरान रोक रहेगी। इसे लेकर एडवाइजरी जारी की गई है।
नूंह पुलिस ने 22 जुलाई के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक, अलवर से सोहना व गुरुग्राम जाने वाले भारी वाहनों को फिरोजपुर झिरका के आम्बेडकर चौक से मुम्बई एक्सप्रेसवे से केएमपी रेवासन होते हुए सोहना व गुरुग्राम जाने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि पिछले साल ब्रज मंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी। 31 जुलाई को भड़की हिंसा में दो होमगार्ड सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। तभी इस बार ब्रजमंडल शोभायात्रा कमेटी यात्रा निकाल रही है, जिसमें प्रशासन की मदद ली गई है। यात्रा के आयोजन के लिए एक अस्थायी कमेटी बनाई गई है। यात्रा में किसी भी व्यक्ति को एक डंडा तक साथ लाने की इजाजत नहीं है। यात्रा से पहले रविवार को पूरे इलाके में तनावपूर्ण शांति का माहौल था।