चंडीगढ़। हरियाणा के चरखी दादरी में कथित गौरक्षकों ने गोमांस के शक में एक युवक की हत्या कर दी थी और अब पता चला है कि वह गोमांस नहीं थी। घटना 27 अगस्त की है, जब चरखी दादरी जिले के बाढड़ा कस्बे में एक मुस्लिम युवक साबिर मलिक की गोमांस रखने और खाने के शक में हत्या कर दी गई थी। लैब रिपोर्ट से चला है कि वह गोमांस नहीं था। साबिर पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। पुलिस इस मामले में दो नाबालिगों समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गिरफ्तार लोगों पर आरोप है कि उन्होंने कबाड़ देने के बहाने साबिर को बुलाया और पीट पीटकर मार डाला। मामले का खुलासा तब हुआ, जब 31 अगस्त को मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें पता चला कि आरोपियों ने साबिर सहित दो युवकों की डंडों से पिटाई की थी। पूछताछ में आरोपियों ने दावा किया था कि साबिर और उसके साथी गोमांस खाते हैं। हिंदू संगठनों से जुड़े इन आरोपियों ने यह भी कहा था कि उनके बर्तनों से गोमांस मिला।
पुलिस ने इस मांस को जब्त कर इसके सैंपल जांच के लिए भेजे थे। बाढड़ा के डीएसपी भारत भूषण ने बताया- मांस के सैंपल जांच के लिए फरीदाबाद की लैब को भेजे गए थे। हमें वहां से उसकी रिपोर्ट मिली है। ये प्रतिबंधित मांस नहीं था। हमने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जल्दी ही कोर्ट में चालान पेश करेंगे। लैब की रिपोर्ट को भी चालान के साथ कोर्ट में जमा किया जाएगा। इस मामले के छह आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।