मुंबई/चंडीगढ़। केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने एक साथ तीन राज्यों में भाजपा विरोधी पार्टियों के नेताओं को निशाना बनाया। शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के अलावा महाराष्ट्र में एनसीपी के संस्थापक शरद पवार के पोते के यहां ईडी ने छापा मारा। इसके एक दिन पहले गुरुवार को हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के करीबी और उनकी पार्टी के पूर्व विधायक के यहां भी ईडी ने कार्रवाई की। हरियाणा में कांग्रेस के एक विधायक के यहां भी गुरुवार को ईडी ने छापा मारा।
महाराष्ट्र में ईडी ने कथित 25 हजार करोड़ रुपए के महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले की जांच के तहत शुक्रवार को शरद पवार के पोते और एनसीपी के विधायक रोहित पवार के स्वामित्व वाली एक कंपनी के परिसरों पर छापा मारा। शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार का भी नाम पहले इस घोटाले में लिया गया था। लेकिन अब अजित पवार प्रदेश में भाजपा के गठबंधन का हिस्सा हैं।
बहरहाल, एनसीपी के विधायक रोहित पवार बारामती एग्रो कंपनी के मालिक हैं। बताया जा रहा है कि बारामती, पुणे, औरंगाबाद और अमरावती में कम से कम छह ठिकानों पर छापेमारी की गई। बारामती कस्बे में बारामती एग्रो के कार्यालय पर भी छापेमारी की गई। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त, 2019 में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद धन शोधन का कथित मामला सामने आया था।
हरियाणा में ईडी ने इंडियन नेशनल लोकदल के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ छापेमारी के दौरान विदेश में बने हथियार, करीब तीन सौ कारतूस, पांच करोड़ रुपए नकद और एक सौ से अधिक शराब की बोतलें बरामद की हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हरियाणा के यमुनानगर जिले में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और सोनीपत से कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ छापेमारी शुरू की है। दिलबाग सिंह यमुनानगर से इनेलो के विधायक रह चुके हैं।