सुरेंद्रनगर। सुरेंद्रनगर के डेडादारा गांव में प्रसाद खाने से 30 से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। ये सभी एक सामुदायिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। परिवार वालों के मुताबिक घर पहुंचने पर प्रसाद ग्रहण करने वालों ने पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत की। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने त्वरित एक्शन लिया। बीमारों को डेडादारा, कोठारिया, वढवान और सुरेंद्रनगर के जिला अस्पतालों में भर्ती कराया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रसाद के सैंपल लिए हैं।
जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, सिविल अस्पताल में समय पर उपचार में देरी के कारण पीड़ितों के परिजन काफी नाराज दिखे। एक सूत्र ने बताया कि कार्यक्रम से पहले नवरात्रि उत्सव और पूजा भी थी। 10 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में 60 से अधिक लोग इकट्ठे हुए थे। सब लोग जश्न में डूबे थे लेकिन कुछ ही देर में पेट दर्द की शिकायत करने लगे। रात में ही कुछ को अस्पताल ले जाना पड़ा। इन सभी ने प्रसाद खाया था। अब उन लोगों की तलाश की जा रही है जिन्होंने प्रसाद बनाया था। इस घटना ने ऐसे समारोहों में खाद्य सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। अधिकारी भी सचेत हो गए हैं।
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वहीं, स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच कर रहा है और सैंपल टेस्ट के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा। बता दें कि इससे पहले सितंबर माह में जामनगर के हापा स्थित एल्गिन सोसाइटी में गणेशोत्सव समारोह के दौरान भोज में शामिल होने के बाद 30 बच्चों सहित 100 से अधिक लोग बीमार हो गए थे। यह घटना तब हुई थी जब निवासियों ने सोसाइटी के पंडाल में गणेश आरती के बाद प्रसाद के रूप में चावल, आलू और मोदक का भोजन किया था। भोजन के तुरंत बाद बच्चों को उल्टी और दस्त शुरू हो गया था।