नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर मंगलवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) भी पहुंची। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। सुनीता केजरीवाल ने कहा कि अभी तक आप सभी लोग समझ गए होंगे कि उन्हें एक गहरी साजिश के तहत गिरफ्तार कर जेल में डाला गया है। सीएम केजरीवाल को 22 साल से शुगर है, वह इंसुलिन लेते हैं, जेल में उन्हें इन्सुलिन नहीं दिया जाता था।
राजनीतिक षडयंत्र के तहत बीमारी नजरअंदाज
सुनीता केजरीवाल ने कहा, इसके लिए हमें कोर्ट जाना पड़ा। राजनीतिक षडयंत्र के तहत उनकी बीमारी को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के हाथ में एक सेंसर लगा हुआ है जिससे पता चलता है कि शुगर का लेवल क्या है। इसी रीडर में एक ग्राफ बनता रहता है, जिससे पूरे दिन की शुगर रिकॉर्ड हो जाती है, आमतौर पर 70 से शुगर से कम जाती है तो मरीज को घबराहट होती है, घर में पांच से छह माह में उन्हें कभी होता है तो हम उन्हें मीठा कुछ खाने को देते हैं।
लेकिन, हमें पता चला है कि जेल में पांच बार उनकी शुगर 50 से नीचे आ गई। भगवान ने केजरीवाल की जान बचाई, क्योंकि ऐसे समय पर कुछ भी हो सकता था। सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) ने कहा कि जानबूझकर उनकी बीमारी को नजरअंदाज किया जा रहा है। दूसरी तरफ दिल्ली के एलजी ने एक पत्र लिखा है। पत्र में सीएम पर आरोप लगाया गया कि सीएम जानबूझकर कम खा रहे हैं, यह क्या मजाक चल रहा है, क्या वह ऐसा करेंगे। सीएम इन्सुलिन कम ले रहे हैं।
दिल्ली CM लोगों के काम नहीं रुकने देते
मैं एलजी साहब (LG Sir) को बताना चाहती हूं कि उनका शुगर पहले से ही कम है तो वह इन्सुलिन लेकर खुद को खत्म करेंगे क्या, यह सरकार की तानाशाही है। उन्होंने कहा, जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री को बदनाम करना उनका एक ही मकसद है ताकि दिल्ली में काम नहीं हो, रुक जाय। दिल्ली के मुख्यमंत्री कभी दिल्ली के लोगों के काम नहीं रुकने देते थे। भाजपा को दिल्ली के लोगों ने सात सांसद दिए, उनसे पूछिए उन्होंने दिल्ली के विकास के लिए कौन सा काम किया। यह सिर्फ नफरत की राजनीति करते हैं।
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