नई दिल्ली। डॉ. वेदप्रताप वैदिक की प्रथम पुण्यतिथि पर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में स्मरण समारोह आयोजित किया गया। आयोजन में केरल के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद खान, वरिष्ठ राजनयिक श्री रणधीर जायसवाल, श्रीमती अलका मधोक, पूर्व राजनयिक श्री विद्यासागर वर्मा, श्री श्याम जाजू, वरिष्ठ पत्रकार श्री एच के दुआ, कलकत्ता के बिशनु लोहिया, प्रो. बालादास घोषाल, प्रो. सुरिंदर जोधका, प्रो. नीलादरी भट्टाचार्य, प्रतिभा आडवाणी, प्रो. विमलेश कांति वर्मा, प्रो विजय झाम्बोलकर, श्री मणिशंकर अय्यर आदि मौजूद थे।
श्री आरिफ मोहम्मद खान ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने डॉ. वैदिक को याद करते हुए कहा कि वे हमारे लिए प्रेरणा के स्त्रोत है और आज भी हमारे साथ हैं। श्रीमती प्रभा जाजु ने श्री श्याम जाजु द्वारा रचित कविता पढ़ी और अन्य कई प्रियजनों ने डॉ. वैदिक की स्नेहिल स्मृतियाँ साझा कीं।
इस अवसर पर डॉ. वैदिक की सुपुत्री प्रो. अपर्णा वैदिक ने अपने उदबोधन में कुछ घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि डॉ. वैदिक के निजी दस्तावेज़ प्रधानमंत्री संग्रहालय, तीन मूर्ति, नई दिल्ली में जमा करा दिए गए हैं। उन्होंने वैदिक स्मृति न्यास के गठन की घोषणा की। इस न्यास के तहत डॉ. वैदिक के जीवन के कार्यों को एकत्र किया जाएगा। उनके द्वारा लिखे हुए लेखों का संग्रह पुस्तक के रूप में तैयार किया जाएगा। डॉ. वैदिक के जन्म दिन 30 दिसंबर को एक व्याख्यान आयोजित किया जाएगा और सम्भवतः स्मृति ग्रंथ का विमोचन भी किया जाएगा जिसमें उनके नजदीकी लोगों के संस्मरण आदि का संकलन होगा।
उन्होंने यह भी कहा की 2021 में डॉ. वैदिक ने सार्क क्षेत्र के लोगों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समझ को बढ़ावा देने के लिए जनदक्षेस ट्रस्ट का गठन किया था, उस ट्रस्ट से उनका नाम अलग कर दिया है। केवल डॉ. वैदिक ही अपने असाधारण अनुभव और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के ज्ञान से इस कार्य को आगे बढ़ा सकते थे और अब उनके नाम का दुरुपयोग किया जा रहा है।
डॉ. वैदिक और उनकी पत्नी डॉ. वेदवती वैदिक की स्मृति में नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में चल रहे सामुदायिक पुस्तकालय का विस्तार किया जा रहा है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष स्थान योजित किया जा रहा है।