नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सांसद और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के यहां ईडी ने छापा मारा है। उनके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार के यहां भी ईडी ने छापा मारा है। मंगलवार को ईडी ने आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों के 10 परिसरों पर छापा मारा। एक दिन पहले पार्टी की नेता और राज्य सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि वे मंगलवार को ईडी को एक्सपोज करेंगी। लेकिन मंगलवार को उनकी प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही ईडी ने कई जगह छापेमारी की। बाद में उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि ईडी की पूरी जांच गड़बड़ है।
इससे पहले मंगलवार को ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड में हुए कथित घोटाले के सिलसिले में केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार और राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता के घर पर छापा मारा। दिल्ली में आप नेताओं और उनसे जुड़े लोगों के करीब 10 ठिकानों पर जांच एजेंसी ने तलाशी ली। इससे पहले 31 जनवरी को इसी मामले में ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व चीफ इंजीनियर जगदीश कुमार अरोड़ा और ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। विशेष कोर्ट ने दोनों को ईडी की हिरासत में भेज दिया है।
असल में सीबीआई ने जुलाई 2022 में दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई की एफआईआर को आधार बनाकर ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों के दो अलग-अलग मामलों की जांच शुरू की। मंगलवार के छापे इसी मामले से जुड़े हुए हैं।
ईडी के छापों के बीच दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा- भाजपा हमें दबाना चाहती है, लेकिन हम डरेंगे नहीं। घोटाला हमने नहीं किया। असल में ईडी की जांच में ही घोटाला है। उन्होंने कहा- ईडी ने शराब नीति मामले में गवाहों के बयानों में फर्जीवाड़ा किया। आतिशी ने दावा किया कि शराब घोटाले में ईडी ने जांच के बाद सारे ऑडियो फुटेज डिलीट कर दिए। जिनसे भी बयान लिए गए, उन्होंने कहा कि उनसे दबाव में बयान दिए। आतिशी ने सवालिया लहजे में कहा- ईडी ऑडियो डिलीट करके किसे बचाना चाहती है। आपने देश-कोर्ट के सामने जितने सवाल-जवाब किए हैं, उनमें से कितने के ऑडियो आपके पास मौजूद हैं।