नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने और भाजपा के दो तिहाई बहुमत से जीतने के साथ ही मुख्यमंत्री पद की होड़ शुरू हो गई है। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को हराने के तुरंत बाद भाजपा के जीते हुए उम्मीदवार परवेश वर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। परवेश वर्मा को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। चुनाव के दौरान भी वे अघोषित सीएम दावेदार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे। उनके पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे हैं।
नतीजों के बाद मुख्यमंत्री के सवाल पर पहली प्रतिक्रिया में पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह एक गंभीर सवाल है, जिस पर पार्टी बहुत सोच विचार कर फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि करीब तीन दशक तक पार्टी दिल्ली की सत्ता से बाहर रही है। इसलिए अगले पांच तक कौन इसका नेतृत्व करेगा, यह गंभीर फैसला होगा। पुरी ने अपनी दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं बन सकता है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला करेगा।
परवेश साहिब सिंह वर्मा के अलावा कई और नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। विधायक दल के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना जैसे नेता चुनाव जीते हैं और मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। गैर विधायकों में पार्टी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी दावेदार हैं।