नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाके में रविवार को हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सा सुधार हुआ इसके बावजूद रविवार को लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक चार सौ से ऊपर रहा यानी हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही। सर्दियों के मौसम में वायु गुणवत्ता सूचकांक चार सौ से ऊपर होने की वजह से सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है और आंखों में जलन व गले में खराश की शिकायतें बढ़ी हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सीपीसीबी के मुताबिक सोमवार को क्रिसमस के दिन छुट्टी की वजह से वायु गुणत्ता सूचकांक में थोड़ा सुधार होगा। इस वजह से हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। लेकिन प्रदूषण से अभी ज्यादा राहत मिलने की संभावना नहीं है। बताया गया है कि दो दिन के बाद फिर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच जाने की संभावना है।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप-तीन के प्रतिबंध लागू होने के बाद भी प्रदूषण कम करने में खास मदद नहीं मिली है। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 411 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है। एक दिन पहले एयर इंडेक्स 450 था। दिल्ली के छह इलाकों में एयर इंडेक्स 450 से भी ज्यादा रहा, जिसमें से शादीपुर सबसे अधिक प्रदूषित जगह रही। शादीपुर में एयर इंडेक्स 480 पहुंच गया। राजधानी दिल्ली के अलावा एनसीआर के शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही।