कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ईडी के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की टीम पर मुकदमा हुआ है। इससे पहले एनआईए की टीम पर हमला हुआ था। इस हमले को लेकर दोनों पक्षों के अपने अपने दावे हैं। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि एनआईए की टीम के सदस्य रात में जांच के लिए पहुंचे थे और उन्होंने महिलाओं के साथ बदसलूकी की। इसी मसले को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर से गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के नेता मनोब्रत जना की पत्नी मोनी जना ने एनआईए के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि शुक्रवार यानी पांच अप्रैल की देर रात एनआईए की टीम ने जांच के बहाने जबरन उनके घर में घुसने की कोशिश की।
महिला ने अधिकारियों पर मारपीट, बदतमीजी और घर में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। एनआईए अधिकारियों के खिलाफ भूपतिनगर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी की कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
दूसरी ओर एनआईए ने अपने अधिकारियों के ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। जांच एजेंसी ने रविवार यानी सात अप्रैल को प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि उन्होंने कोई गैरकानूनी कार्रवाई नहीं की। एजेंसी कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर भूपतिनगर में 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने पहुंची थी।
एनआईए के मुताबिक- तृणमूल कांग्रेस के नेता बलाई चरण मैती और मनोब्रत जना केस के मुख्य साजिशकर्ता हैं। एनआईए की टीम पांच अप्रैल की रात भूपतिनगर में पांच जगह तलाशी लेने गई थी। इस दौरान सीआरपीएफ और महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं।
एनआईएन ने बताया है कि कार्रवाई के दौरान भीड़ ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। जब उनके अधिकारी आरोपियों को गिरफ्तार कर ले जाने लगे, तो लोग लाठी, डंडे लेकर उनके सामने अड़ गए। लोगों ने अधिकारियों की गाड़ी पर पथराव किया। हमले में एक अधिकारी को चोट भी आई।
इसके बावजूद एनआईए की टीम आरोपियों को अपने साथ कोलकाता ले गई। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केंद्रीय जांच एजेंसी पर निशाना साधा। उन्होंने एनआईए की टीम पर हुए हमले की खबरों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि हमला एनआईए पर नहीं, बल्कि महिलाओं पर हुआ है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा- एनआईए अफसरों ने रात में रेड क्यों की? क्या उनके पास पुलिस की परमिशन थी? महिलाओं ने वैसा ही बरताव किया, जैसा रात में किसी भी अनजान व्यक्ति के आने पर किया जाता।