नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत खत्म हो गई और वे फिर तिहाड़ जेल लौट गए। लेकिन तिहाड़ जेल में उनके सरेंडर करने के तुरंत बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनको पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने उनसे पूछताछ करने के लिए हिरासत मांगी थी। इससे पहले केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक रविवार की शाम पांच बजे तिहाड़ जेल में सरेंडर किया। इसके आधे घंटे के बाद ही उनको ईडी की हिरासत में भेज दिया गया।
तिहाड़ जेल में सरेंडर करने से पहले केजरीवाल आम आदमी पार्टी के कार्यालय गए और कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने कहा- मैं देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मुझे नहीं पता कब वापस आऊंगा। वहां मेरे साथ क्या क्या होगा, मुझे नहीं पता। केजरीवाल ने कहा- 2024 लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल कल सामने आए। लिखकर ले लीजिए, ये सभी एक्जिट पोल फर्जी हैं। एक एक्जिट पोल ने राजस्थान में बीजेपी को 33 सीटें दी थीं, जबकि वहां सिर्फ 25 सीटें हैं। असली मुद्दा यह है कि उन्हें ऐसा क्यों करना पड़ा? उन पर दबाव बनाया गया होगा।
केजरीवाल शनिवार को राजघाट भी गए। वहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वे कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भी दर्शन करने गए और फिर वहां से आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचे। गौरतलब है कि दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी अंतरिम जमानत शनिवार को खत्म हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को चुनाव प्रचार के लिए उन्हें अंतरिम जमानत दी थी।
बहरहाल, तिहाड़ जेल में सरेंडर करने के करीब आधे घंटे के बाद ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को पांच जून तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने केजरीवाल की हिरासत के लिए आवेदन दायर किया था। मुख्यमंत्री के अंतरिम जमानत पर होने के चलते आवेदन पेंडिंग था। ड्यूटी जज संजीव अग्रवाल ने सुनवाई की और आवेदन को स्वीकार किया। केजरीवाल को जेल से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था।