रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने एक बार फिर बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। रविवार की सुबह नक्सलियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए, जबकि एक जवान घायल है। मामला जगरगुंडा थाना क्षेत्र का है। चार दिन में सुरक्षाबलों पर ये तीसरा नक्सली हमला है।
बताया जा रहा है कि सुबह सात बजे के करीब बेदरे गांव स्थित सीआरपीएफ की 165वीं बटालियन के जवान गश्त पर निकले थे। बाजार होते हुए जवान उर्सांगल की तरफ तलाशी के लिए जा रहे थे। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। हालांकि, समय रहते जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। करीब आधे घंटे तक दोनों तरफ से जबरदस्त गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में नक्सलियों की गोली लगने से सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुधाकर रेड्डी शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान रामू को गोली लगी है। वह गंभीर रूप से घायल है।
जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान अपने घायल साथी को लेकर कैंप पहुंचे। बाद बेहतर उपचार के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया। मुठभेड़ रुकने के बाद जवानों ने इलाके की तलाशी ली। इस दौरान घटनास्थल से चार संदिग्धों को भी पकड़ा गया है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सली हमले के बाद रविवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, डीजीपी सहित पुलिस और खुफिया विभाग के सभी बड़े अफसर मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डीजीपी खुद इसकी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा- हिंसा नक्सलियों की बौखलाहट का परिचायक है। विकास से हम लोगों का विश्वास जीतेंगे। केंद्र सरकार के सहयोग से नक्सलवाद का खात्मा किया जाएगा। उन्होंने शहीदों के परिवार को हर संभव सहायता दिलाने के निर्देश दिए हैं।