रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान हुआ। शाम पांच बजे मतदान खत्म होने तक करीब 71 फीसदी लोगों ने वोट डाले। यह आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि मतदान का समय खत्म होने के बाद भी अनेक बूथों पर लोग मतदान के लिए कतार में थे। बहरहाल, चुनाव आयोग के अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक शाम पांच बजे तक 70.87 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के बीच कई इलाकों में नक्सलियों ने जमकर आतंक मचाया। पिछली बार के मुकाबले इस साल मतदान का प्रतिशत कम रहा है। राज्य की बाकी 70 सीटों पर 117 नवंबर को मतदान होगा।
अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा खैरागढ़ में 76.31 फीसदी मतदान हुआ, जबकि सबसे कम 40.98 फीसदी वोटिंग बीजापुर में हुई। गौरतलब है कि जिन 20 सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ उनमें से 19 सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। सिर्फ एक राजनांदगांव सीट भाजपा के पास है, जहां से रमन सिंह जीते थे। वे इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़े हैं। 2018 के चुनाव में दंतेवाड़ा सीट भाजपा के पास थी, लेकिन नक्सली हमले में विधायक की मौत के बाद हुए उप चुनाव में ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। इसी तरह खैरागढ़ सीट छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पास थी, लेकिन उप चुनाव में इस पर भी कांग्रेस का कब्जा हो गया। कवर्धा और मोहला-मानपुर सीट पर भी अभी कांग्रेस विधायक हैं।
इन 20 सीटों पर 233 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भूपेश बघेल सरकार के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री कवासी लखमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज प्रमुख हैं। इनके अलावा 198 पुरुष, 25 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इन स बकी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। मतदान के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पहले चरण के चुनाव में डॉ. रमन सिंह कांग्रेस प्रत्याशी से पीछे हो गए हैं। दूसरी ओर रमन सिंह ने अपनी जीत का दावा किया और कहा कि पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी।