नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा में पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों की जांच के लिए सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और सोमवार यानी 24 जनवरी को एक एक टीम बिहार और गुजरात पहुंची। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस मामले की जांच पहले से कर रही ही और उसने सारे दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए हैं। सीबीआई ने गुजरात और बिहार से एक एक मामले में और राजस्थान से तीन मामलों में एफआईआर दर्ज की है। महाराष्ट्र के लातूर से एक और मामला दर्ज किए जाने की संभावना है।
गौरतलब है कि नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक की जांच में अब तक देश के चार राज्यों से 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें बिहार से 13, झारखंड से व गुजरात से पांच पांच और महाराष्ट्र से दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बिहार में आर्थिक अपराध शाखा पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही है। संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें बनाई गई हैं।
एक दिन पहले 23 जून को महाराष्ट्र में नांदेड़ एटीएस ने लातूर के दो शिक्षकों, संजय तुकाराम जाधव और जलील खान उमर खान पठान के साथ दो अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। यह मुकदमा पेपर लीक रोकने के लिए बने नए कानून के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस ने जाधव और पठान को रविवार देर रात गिरफ्तार किया, जबकि अन्य दो आरोपी फरार हैं। इस मामले की जांच केंद्र सरकार ने 22 जून को ही सीबीआई को सौंपी।
इस बीच नीट मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा है कि पूरे देश की एक परीक्षा कराने की केंद्रीकृत व्यवस्था खत्म हो और पहले की तरह इसे विकेंद्रित किया जाए। यानी राज्य और केंद्र अलग अलग परीक्षाएं आयोजित करें। तमिलनाडु पहले से नीट खत्म करने की मांग कर रहा है।