तिरुवनंतपुरम। केरल (Kerala) के मलप्पुरम जिले (Malappuram District) के किझिसेरी में बिहार के मूल निवासी राजेश मांझी (Rajesh Manjhi) की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। उनका शव एक दुकान के पास शनिवार सुबह मिला। पुलिस ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी के रूप में मलप्पुरम पहुंचे बिहार के मूल निवासी की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) से मौत हुई है। मलप्पुरम जिले के पुलिस अधीक्षक सुजीत दास (Sujit Das) ने रविवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि यह मॉब लिंचिंग का स्पष्ट मामला है और पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि संदिग्धों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने राजेश को शनिवार तड़के एक व्यक्ति के आवास के पास संदिग्ध परिस्थितियों में पाया था। स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और उससे पूछताछ की। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोगों ने राजेश मांजी पर हमला करने के लिए लोहे की छड़ों, लकड़ी के लट्ठों का इस्तेमाल किया।
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पुलिस के मुताबिक आरोपी उसे घसीट कर एक कमरे में ले गए। कुछ देर बाद एक आरोपी ने एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता को सूचित किया। मौके पर पहुंचे कार्यकर्ता राजेश मांझी (Rajesh Manjhi) को अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने जांच में पाया कि आठों आरोपी मांझी को पीटने में शामिल थे। मांझी के हाथ बंधे हुए थे और उन पर हमला किया गया था। पुलिस ने आठ लोगों की गिरफ्तारी दर्ज की है और एक व्यक्ति से पूछताछ कर रही है, जिसने कथित तौर पर सबूत मिटा दिए हैं, इसमें स्थानीय सीसीटीवी कैमरा (CCTV Camera) भी शामिल है, साथ ही आरोपियों के फोन से संदेश भी हटा दिए हैं। (आईएएनएस)