नव नियुक्त सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को देशवासियों को विश्वास दिलाया कि वे सेना को आधुनिक बनाने और स्वदेशी युद्ध प्रणालियों तथा रणनीतियों से लैस करने की हर संभव कोशिश करेंगे तथा सेना बदलते वैश्विक समीकरणों में हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
रविवार को देश के तीसवें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने वाले जनरल द्विवेदी ने सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने रक्षा मंत्रालय के कार्यालय साउथ ब्लाक में सलामी गारद का निरीक्षण किया। निरीक्षण से पहले उन्होंने साउथ ब्लाक प्रांगण में सभी धर्मों के गुरूओं से मुलाकात की।
बाद में उन्होंने अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा कि सेना की गौरवशाली परंपरा जवानों के बलिदान और योगदान पर आधारित है। मैं उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि दुनिया में बदलती परिस्थितियों के बीच उनकी प्राथमिकता सेना को स्वदेशी आधुनिक हथियारों और नए जमाने की तकनीक से लैस करके युद्ध प्रणालियों और रणनीतियों में सुधार करना है।
सेना प्रमुख ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि सेना,नौसेना और वायु सेना तथा सभी अन्य हितधारकों के बीच तालमेल बढे तथा सब संघर्ष के पूर्ण स्पेक्ट्रम के तहत संचालन के लिए हमेशा तैयार रहें। उन्होंने कहा कि सेना वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी। उन्होंने कहा, मैं सभी देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि सेना सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
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