भोपाल। प्रदेश सरकार का बजट सत्र आज राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। एक मार्च को बजट पेश किया जाएगा। इस बार विधायकों ने ऑनलाइन सवालों को प्राथमिकता दी है। तीन प्रस्ताव भी आए हैं। दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस की सत्र को लेकर जमकर तैयारियां हुई है।
दरअसल, चुनावी वर्ष का आखरी बजट सत्र काफी हंगामेदार होने की संभावना है क्योंकि इसके लिए दोनों ही दलों ने पिछले कुछ दिनों से तैयारियां की हुई है। सरकार की तरफ से योजनाओं की समीक्षा की गई है और सभी को अपडेट किया गया है। राज्य का बजट पेश होने से पहले 3000 करोड़ का कर्ज सरकार लेने जा रही है। 28 फरवरी को इसके लिए रिजर्व बैंक के मुंबई स्थित कार्यालय से इकोसिस्टम पर कोर बैंकिंग सॉल्यूशन के लिए सरकार लेगी सरकार फरवरी माह में चार बार पहले कर ले चुकी है। 5 बार लेने जा रही है। सरकार पर पहले से ही दो करो 9553000 करोड़ का कर्ज है। इसके बावजूद सरकार दिल खोलकर योजनाओं को लागू कर रही है मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना 5 मार्च से शुरू करने जा रहे हैं। जिसके लिए सभी प्रकार के नियम बना दिए गए हैं।
बहरहाल, वैसे तो दिसंबर 2016 से ऑनलाइन प्रश्न पूछने की सुविधा विधानसभा में शुरू हुई थी लेकिन अधिकांश विधायक ऑफलाइन ही प्रश्न पूछते थे लेकिन इस बार 1870 ऑनलाइन सवाल विधायक पूछने जा रहे हैं जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 1834 है। सभी दलों के सदस्यों ने 3704 सवाल लगाए हैं। जिसमें भ्रष्टाचार कानून व्यवस्था कर्ज माफी सड़क बिजली और पानी से जुड़े सवालों की संख्या ज्यादा है। कुछ ऐसे भी विधायक हैं जिन्होंने शत-प्रतिशत सवाल ऑनलाइन ही पूछे हैं। बजट सत्र के लिए इस बार 171 ध्यानाकर्षण शून्यकाल की जो भी सूचनाएं भी आई है जबकि 31 अशासकीय संकल्प लगाए गए तारांकित सवालों की संख्या 1849 और आतंकित सवालों की संख्या 1855 है। इस बार सरकारी बजट पेश करने जा रही है चुनावी साल का बजट करीब 3 लाख करोड़ का होने का अनुमान है।
पहली बार पेपरलेस बजट होगा क्योंकि चुनावी वर्ष है तो यही है कि यह लोकलुभावन होगा और आम जनता पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाएगा। खासकर लाडली बहना योजना किसानों को ब्याज रहित लोन ईडब्ल्यूएस घरों की स्टांप ड्यूटी में छूट सड़क पुल की मरम्मत कराने को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रदेश के चुनावी बजट में सरकार कृषि सिंचाई क्षेत्र को बढ़ावा देने पर भी फोकस करने जा रही है। माना जा रहा है कि बजट में 56799 करोड रुपए से अधिक की 32 सिंचाई परियोजना को शामिल किए जाने की तैयारी है हो रही है। जिसमें 25,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई होने की बात कही जा रही है।
कुल मिलाकर चुनावी वर्ष होने के कारण सरकार का सबसे अधिक फोकस प्राथमिकताओं पर है होगी। यह बजट सरकार के लिए जितना चुनौतीपूर्ण है उतना ही अवसर भी दे रहा है। लाडली बहन योजना के साथ-साथ अप्रैल में सरकार मुख्यमंत्री जन कल्याण योजनाओं को भी नए सिरे से लागू करने जा रही है। जिसके लिए लगभग 800 करोड का बजट रखा जा सकता है।
दोनों ही दल इस सत्र के लिए तैयारी कर रहे हैं। आज और कल में विधायक दल की बैठकें हो रही है जिसमें सदन की रणनीति बनाएंगे कांग्रेस के अधिकांश विधायक रायपुर से सीधे भोपाल पहुंचेंगे। वहीं भाजपा के ज्यादातर विधायक रविवार शाम तक भोपाल पहुंच चुके हैं कुछ तो 1 दिन पहले आ गए थे क्योंकि रविवार और सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा की बड़ी बैठके हो रही हैं। प्रायः सत्र शुरू होने के पहले सर्वदलीय बैठक होती है लेकिन इस बार कांग्रेस के सदस्य रायपुर में पार्टी के अधिवेशन में शामिल हो रहे हैं। इस कारण कांग्रेस का कोई सदस्य बैठक में नहीं उपस्थित हो सका और सर्वदलीय बैठक नहीं हो सकी।