भोपाल। वैसे तो पूरा वर्ष ही अब चुनावी वर्ष के रूप में आने वाला है। आधा दर्जन राज्यों और फिर मई तक लोकसभा के चुनाव भी हो जाएंगे लेकिन प्रमुख दलों के दिग्गज नेताओं का फोकस इस समय देश के ह्रदय प्रदेश मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। दिग्गज नेताओं के ताबड़तोड़ दोनों से सियासी पारा दिन प्रतिदिन हाई हो रहा है।
दरअसल, कई मायनों में प्रदेश में विधानसभा 2023 के चुनाव अभूतपूर्व होने जा रहे हैं जिसमें प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस सरकार बनाने के लिए तो बेताब है ही, आप, बसपा, सपा, जयस और भारत राष्ट्र पार्टी भी अपने अस्तित्व का भान कराने बेताब है। भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने इस समय पूरा फोकस मध्यप्रदेश पर बनाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीस पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के लगातार ना केवल प्रदेश में दौरे हो रहे हैं वरन सौगातों की बौछार भी हो रही है। विपक्षी दल कांग्रेस के सबसे प्रभावी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मध्य प्रदेश में पार्टी की संभावनाओं के प्रति आशान्वित है। आप पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगरौली में आप पार्टी का मेयर जिताकर और उसको प्रदेश अध्यक्ष बनाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि प्रदेश में इस बार खाता जरूर खोलेंगे।
बहरहाल, कांग्रेस पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी आज प्रदेश की संस्कार भवानी जबलपुर पहुंच रही है जहां से वे प्रदेश में पार्टी के चुनाव अभियान का शंखनाद करेंगे। महाकौशल क्षेत्र में 2018 के विधानसभा चुनाव में और पिछले महीने हुए नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है और उसी प्रदर्शन को 2023 में दोहराने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया है। विपक्षी दल भाजपा भी कांग्रेस के इस आयोजन के महत्व को समझ रही है और आज ही उसने विजय राघोगढ़ में एक बड़ा धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करके खुला मैदान इस क्षेत्र को नहीं छोड़ा।
वहीं सत्तारूढ़ दल भाजपा के सबसे बड़े रणनीतिकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को बालाघाट आ रहे हैं। इसके पहले शाह छिंदवाड़ा का दौरा कर चुके हैं विशेष जनसंपर्क अभियान के तहत आ रहे शाह एक बार फिर पार्टी नेताओं की नब्ज टटोलने में और पार्टी में व्याप्त गुटबाजी और आपसी मनमुटाव को दूर करने के निर्देश भी देंगे।
इसी तरह सिंगरौली में मेयर चुनाव जीत जाने के बाद प्रदेश में अपनी संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए आप पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 25 जून को ग्वालियर आ रहे हैं। जहां मेयर के चुनाव में पार्टी को 10,000 से भी ज्यादा वोट मिले थे। सिंगरौली की मेयर और आप पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ग्वालियर के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रही है। पार्टी इस दौरान शक्ति प्रदर्शन करेगी इसमें रैली और सभा का आयोजन किया गया है। कुल मिलाकर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रमुख दलों ने अभी से अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और दलों के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी प्रदेश पर अपना पूरा फोकस बना दिया है। इसी के तहत दिग्गजों के दौरे तेज हो गए हैं।