भोपाल। 19 मई को प्रदेश कार्यालय में होने वाली भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। सुबह 9:00 से शाम 6:30 बजे तक विभिन्न सत्रों में चलने वाली इस बैठक के माध्यम से पार्टी बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक कसावट के लिए कसरत करेगी।
दरअसल विभिन्न सर्वे रिपोर्ट और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पार्टी किसी भी प्रकार के अति आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहती और बड़ी बैठक के माध्यम से कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों और निर्वाचित भाजपा के जनप्रतिनिधियों में जीत का मंत्र फंूकना चाहती है। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में जिन नेताओं को विशेष तौर पर बुलाया गया है उसमें विशेष संपर्क अभियान की जिला टोली के संयोजक व सह संयोजक विस्तारक आकांक्षी विधानसभा प्रभारी सभी निगम मंडलों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सभी जिला पंचायतों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष और सभी नगर निगम के महापौर, सभी पार्टी जिला अध्यक,्ष जिला प्रभारी, विधायक, सांसद, मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारी, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक, विभागों के प्रत्येक प्रदेश संयोजक, प्रदेश कार्यसमिति विशेष आमंत्रित और स्थाई आमंत्रित सदस्यों को कहा गया है कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों की रणनीति हेतु बैठक में आवश्यक रूप से शामिल हो।
बहरहाल, पार्टी ने एक बार फिर प्रदेश में 200 पार का लक्ष्य रखा है और तमाम परिस्थितियां इस लक्ष्य को पाने की निश्चिंतता नहीं दे रही है। इसी कारण पार्टी आगामी 4 महीनों में हर स्तर पर कसावट करने के लिए कमर कस रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और भाजपा सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों का गढ़ है। वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव 51% वोट शेयर और “अबकी बार 200 पार” नारे के साथ भाजपा जीतेगी। पार्टी सूत्र बताते हैं कि बीजेपी को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों से ध्येय का पालन करने के लिए कहा जाएगा।
कुल मिलाकर सत्तारूढ़ दल भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उन तमाम बिंदुओं पर चर्चा करके आगामी रणनीति बनाएगी। जिससे मिशन 2023 फतह करने के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण हो सके।