हैरानी की बात है कि क्षेत्रीय और खास कर मलयाली सिनेमा को अच्छी कहानियां मिल जाती हैं और अपना बॉलीवुड अच्छी कहानियों के अकाल से जूझ रहा है। विक्रमादित्य मोटवानी ने तो इसे साफ-साफ स्वीकार भी कर लिया। शायद इसीलिए हिंदी फिल्मों के स्वर्णकाल में परदे के पीछे चल रही घटनाओं पर वेब सीरीज़ बनाने के लिए वे आकर्षित हुए। लेकिन हमारे सिनेमा जगत में परदे के पीछे आज जो कुछ घट रहा होगा, क्या वह उससे कम दिलचस्प होगा?
बहरहाल, अच्छी कहानियों की गैरमौजूदगी में बॉलीवुड को ‘पठान’ की कामयाबी ने एक दूसरा रास्ता दिखा दिया है। अब बहुत से लोगों को लग रहा कि एक्शन फिल्म बनाओ और ऐसा एक्शन दिखाओ कि कहानी का ज्यादा पचड़ा ही न रहे। ‘पठान’ से उत्साहित आदित्य चोपड़ा अब अपने यानी यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स के विस्तार में जुट गए हैं। सलमान को लेकर उनकी ‘टाइगर 3’ पहले से बन रही है जिसमें शाहरुख भी दिखेंगे, क्योंकि ‘पठान’ में वे इसका वादा कर चुके हैं। लेकिन अब ‘पठान’ के निर्देशक सिद्धार्थ आनंद को एक्शन का बवंडर हाथ लगा है। आदित्य ने उन्हें ‘टाइगर वर्सेज़ पठान’ का निर्देशन सौंपा है जिसमें सलमान और शाहरुख दोनों होंगे। यह एक बड़ी घटना होने जा रही है, क्योंकि कैमियो को छोड़ दें तो शाहरुख और सलमान एक साथ अट्ठाइस साल पहले ‘करण अर्जुन’ में आए थे।
इस बीच अयान मुखर्जी यशराज के स्पाई यूनिवर्स की ही ‘वॉर 2’ का निर्देशन करेंगे जिसमें ऋतिक रोशन के साथ ‘आरआरआर’ वाले जूनियर एनटीआर भी होंगे। वैसे अयान मुखर्जी का ‘ब्रह्मास्त्र’ वाला ब्रांड भी एक्शन जैसा ही है और ‘ब्रह्मास्त्र-2’ और ‘ब्रह्मास्त्र-3’ की भी घोषणा हो चुकी है। सबको लग रहा है कि एक्शन से बड़ी सफलता की चाभी और कोई नहीं। हालत यह है कि हमेशा से कहानी और स्क्रिप्ट पर सिर खपाते रहे आमिर खान भी आदित्य चोपड़ा से ‘धूम-4’ बनाने की गुजारिश कर रहे हैं। यानी ‘लाल सिंह चड्ढा’ की असफलता और ‘पठान’ की कामयाबी से बॉलीवुड का दिमाग ऐसा घूमा है कि आमिर खान तक एक्शन की शरण में जाना चाहते हैं। और ये सब ऐसी एक्शन फिल्में होंगी जिनमें हीरोइनें भी एक्शन करती दिखेंगी। बिलकुल हीरो की तरह।