मुंबई। भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारी गिरावट के साथ खुले। इसकी वजह मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच तनाव को माना जा रहा है। सुबह 9:21 पर सेंसेक्स 805 अंक या 0.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,462 और निफ्टी 254 अंक या 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,542 पर था। बाजार में चौतरफा गिरावट देखी जा रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 256 शेयर हरे निशान में और 1,188 शेयर लाल निशान में थे। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के 30 में 28 शेयर लाल निशान में थे। विप्रो, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, एमएंडएम, मारुति सुजुकी, रिलायंस, नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, टीसीएस, एलएंडटी, एचयूएल, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एचयूएल, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स थे। केवल जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील ही हरे निशान में थे। लार्जकैप के साथ मिडकैप (Midcap) और स्मॉलकैप में भी गिरावट देखी जा रही है।
Also Read : पूर्व सांसद और भाजपा नेता रूपा गांगुली गिरफ्तार
निफ्टी मिडकैप (Nifty Midcap) 100 इंडेक्स 460 अंक या 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,897 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 147 अंक या 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,184 पर था। सबसे अधिक गिरावट ऑटो, एफएमसीजी, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में देखी जा रही है। केवल मेटल इंडेक्स ही हरे निशान में थे। स्टॉक्सकार्ट के मुताबिक, मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विक बाजार (Global Market) उथल-पुथल के कारण भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुले हैं। गुरुवार के अब तक के कारोबार में एशियाई बाजारों में मजबूती देखने को मिली है। हालांकि , बुधवार को अमेरिकी बाजारों में मामूली बढ़त देखी गई थी। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो और ताइपे में हरे निशान में हैं, जबकि हांगकांग, बैंकॉक, सोल और जकार्ता लाल निशान में हैं। अमेरिकी बाजार बुधवार को हरे निशान में बंद हुए थे।