Share Market: भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) सोमवार को लाल निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में आईटी स्टॉक्स में भारी बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी आईटी में 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है।
सुबह करीब 9 बजकर 51 मिनट पर सेंसेक्स 333.13 अंक या 0.43 फीसदी फिसलकर 77,247.18 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 98.70 अंक या 0.42 फीसदी फिसलकर 23,434.00 पर था। बाजार का रुझान पूरी तरह से नकारात्मक बना हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 572 शेयर हरे, जबकि 1,794 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। निफ्टी बैंक 21.25 अंक या 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,200.80 पर था। निफ्टी मिडकैप (Nifty Midcap) 100 इंडेक्स 212.65 अंक या 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 53,830.45 पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 183.85 अंक या 1.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,417.20 पर था। सेंसेक्स पैक में एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, एलएंडटी, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, एम एंड एम और जेएडब्ल्यू स्टील टॉप गेनर्स हैं और इंफोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक और टाटा मोटर्स टॉप लूजर्स हैं।
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निफ्टी में गिरावट के बावजूद…
बाजार के जानकारों के अनुसार, निफ्टी में गिरावट के बावजूद फिलहाल बाजार में निरंतर सुधार के संकेत नजर नहीं हैं। इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
भले ही निफ्टी (Nifty) में शिखर से 10.4% की गिरावट आई हो, लेकिन बाजार में निरंतर सुधार के कोई संकेत नहीं हैं। लगातार एफआईआई की बिक्री, एफवाई25 के लिए अधिकांश शेयरों की आय में गिरावट और डोनाल्ड ट्रंप ट्रेड के परिणाम बाजार पर भारी पड़ रहे हैं।
इसलिए, निवेशकों को इस स्तर पर सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार की दिशा के बारे में स्पष्टता की प्रतीक्षा करनी चाहिए। एशियाई बाजारों (Asian Markets) की बात करें तो जकार्ता और टोक्यो के बाजार को छोड़कर सोल, शंघाई, बैंकॉक और हांगकांग के बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन लाल निशान में बंद हुए थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 14 नवंबर को 1,849 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,481 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।