नई दिल्ली। भारत के छोटे शहरों और कस्बों में ग्राहकों की ओर से होने वाले कुल लेनदेन में डिजिटल ट्रांजैक्शन (Digital Transaction) का आंकड़ा 65 प्रतिशत को छू गया है, जो कि बड़े शहरों में 75 प्रतिशत है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। किर्नी इंडिया और अमेजन पे इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति का नेतृत्व मिलेनियल्स (25 से 43 वर्ष) और जेन एक्स (44 से 59 वर्ष) के लोग कर रहे हैं। बूमर्स (जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है) में भी कार्ड और वॉलेट का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। किर्नी इंडिया में फाइनेंशियल सर्विसेज लीड (Financial Services Lead) और पार्टनर, शाश्वत शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन लेनदेन दोनों में डिजिटल भुगतान का तरीका तेजी से जोर पकड़ रहा है।
इसके साथ ही बीएनपीएल (BNPL) (बाय नाउ पे लेटर) जैसे तरीके भी उभर रहे हैं। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि कैसे भारत में लेनदेन करने की तरीके में बदलाव आ रहा है। यह रिपोर्ट 120 से ज्यादा शहरों के सर्वे के आधार पर तैयार की गई है। इसमें 6,000 ग्राहकों और 1,000 मर्चेंट्स की राय ली गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि यूपीआई, डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) और कार्ड से लेनदेन बढ़ रहा है। वहीं, कैश लेनदेन में गिरावट आ रही है। डिजिटल लेनदेन कुल मर्चेंट्स लेनदेन का 69 प्रतिशत हो गया है। अमेजन पे इंडिया के सीईओ विकास बंसल का कहना है कि डिजिटल लेनदेन पूरी गति से आगे बढ़ रहा है।
ग्राहक और मर्चेंट्स दोनों इसे अपना रहे हैं। डिजिटल लेनदेन (Digital Transactions) की पहुंच छोटे दुकानदारों और शहरों तक भी हो गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑनलाइन लेनदेन में 53 प्रतिशत ग्राहक यूपीआई, 30 प्रतिशत ग्राहक कार्ड से भुगतान करना पसंद कर रहे हैं। ऑफलाइन मार्केट (Offline Market) में कैश का उपयोग अभी भी प्रमुखता से किया जा रहा है। हालांकि, ऑफलाइन में अब 25 प्रतिशत ग्राहक यूपीआई और 20 प्रतिशत कार्ड और डिजिटल वॉलेट से भुगतान करना पसंद कर रहे हैं।
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