नई दिल्ली। अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक, एसवीबी के बंद होने का भारत में कई क्षेत्रों में असर हो रहा है। केंद्र सरकार ने कहा है कि इस पर उसकी नजर है और वह देख रही है कि इससे प्रभावित होने वाले लोगों की किस तरह से मदद की जा सकती है। सिलिकॉन वैली बैंक के संकट के कारण 60 से ज्यादा भारतीय स्टार्टअप्स को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। इन स्टार्टअप कंपनियों के करीब चार सौ करोड़ रुपए एसवीबी में जमा हैं।
गौरतलब है कि फंडिंग नहीं मिलने और घाटे की वजह से बैंक को बंद करने की नौबत आई है। इस बैंक के लेन-देन पर अमेरिकी सरकार की 13 मार्च तक रोक लगाई है और साफ कर दिया है कि वह इसे बचाने के लिए कुछ नहीं करने जा रही है। इस वजह से भारतीय स्टार्टअप कंपनियों का पैसा बैंक में अटका है। इस संकट से निपटने के लिए भारत सरकार स्टार्टअप फाउंडर्स के साथ अगले हफ्ते मीटिंग करने जा रही है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है- मीटिंग में यह देखेंगे कि संकट के समय सरकार उनकी मदद कैसे कर सकती है। उधर, अमेरिका में इस संकट का असर अन्य बैंकों पर न पड़े, इसके लिए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन और फेडरल रिजर्व एक फंड तैयार करने का प्लान बना रहे हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने सोमवार यानी 13 मार्च को इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है। इस बैंक पर आए संकट का असर भारत के शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है। बहरहाल, अमेरिकी की बैंकिंग व्यवस्था पर 2008 के बाद यह सबसे बड़ा संकट आया है।