उत्तर प्रदेश में खुली जातीय लड़ाई
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय योगी आदित्यनाथ को एक निर्वाचित सीएम की बजाय ‘महाराज’ के रूप में यानी गोरक्षापीठ को पीठाधीश्वर महंत के तौर पर ज्यादा पेश करता है। हर सरकारी विज्ञप्ति या सोशल मीडिया पोस्ट में उनको इसी रूप में संबोधित किया जाता है। वे एक बड़े हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर राजनीति में भी प्रोजेक्ट किए गए हैं लेकिन उनके शासन की पहचान जातीय विवाद है और वह भी भाजपा के अंदर व बाहर दोनों जगह। ताजा मामला लखीमपुर खीरी का है, जहां भाजपा के एक विधायक की पिटाई हो गई और बेचारे पुलिस में मुकदमा दर्ज...