एक्जिट पोल तमाशा बन गया है
दुनिया के सभ्य और विकसित देशों में एक्जिट पोल भरोसे की चीज होती है। उसमें एजेंसियां जो बताती हैं वह सही साबित होती हैं और लोग उस पर भरोसा करते हैं। लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता है। भारत में एक्जिट पोल की बुनियादी बातों का भी ध्यान नहीं रख जाता है। यही कारण है कि अगर 10 एजेंसिया एक्जिट पोल करने का दावा कर रही हैं तो सबके नतीजे अलग अलग होते हैं। ओपिनियन पोल के बारे में तो माना जा सकता है कि सारी एजेंसी के नतीजे अलग अलग आए क्योंकि मतदान करने से पहले से मतदाता कुछ...