SriKrishna Janmashtami 2024

  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, जन्माष्टमी पर राजस्थान के इस मंदिर में दी जाती है 21 तोपों की सलामी…

    shrinathji mandir on janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव आज 26 अगस्त को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. देशभर के मंदिरों में रातभर से ही अपने अराध्य के दर्शन के लिए लंबी लाइन लग गई. जन्माष्टमी के मौके पर देशभर में उत्साह और उमंग देख मन तृप्त हो जाता है. को मिलता है उसकी बात ही निराली होती है. जन्माष्टमी से कुछ दिन पहले ही हर तरफ कृष्णमय माहौल देखने को मिलता है. यह बात तो हम सभी जानते है कि मथुरा-वृंदावन की जन्माष्टमी की तो बात ही निराली है. लेकिन राजस्थान भी किसी से कम नहीं है....

  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, जानें अपने लड्डू-गोपाल की पूजा करने का सही समय और विधि

    Krishna Janmashtami 2024: आज 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. मान्यता के अनुसार भाद्रपद के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. कृष्ण जन्माष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है और जीवन में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का सबसे अच्छा शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि को माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म मध्यरात्रि में हुआ...

  • Janmashtami 2024: श्रीकृष्णा अपने सिर पर क्यों धारण करते है मोरपंख..

    Janmashtami 2024: भगवान श्रीकृष्ण के वैसे तो कई नाम है लेकिन आमतौर पर उन्हें प्यार करने के लिए बाल गोपाल के नाम से पुकारते है। भगवान श्रीकृष्ण के शीष पर मोरपंख धारण करने की परंपरा उनके अद्वितीय और प्रिय स्वरूप का प्रतीक है। मोरपंख का श्रीकृष्ण से गहरा संबंध है। माना जाता है कि मोरपंख श्रीकृष्ण के दिव्य और चंचल व्यक्तित्व को दर्शाता है। भगवान श्रीकृष्ण के मोरपंख धारण करने के बाद से मोरपंख को और अधिक पवित्र माना जाता है। (Janmashtami 2024) पौराणिक कथाओं के अनुसार, मोरपंख भगवान श्रीकृष्ण के प्रति मोरों के विशेष स्नेह और प्रेम का प्रतीक...

  • Janmashtami 56 bhog: भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाने का कारण, यह भी है कान्हा को प्रेम करने का तरीका…

    Janmashtami 56 bhog: सनातन धर्म में हर पर्व का विशेष महत्व होता है. और हर पर्व-त्योंहार को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आने वाली है और इस त्योंहार का सनातन धर्म में विशेष महत्व होने के कारण बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. यह त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है.श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है, और उनका जन्म अत्याचार और अधर्म से मानवता की रक्षा के लिए हुआ था. हिंदू...

  • Krishna Janmashtami 2024:श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने का इतिहास और महत्व,जानें दही हांडी क्यों मानते है….

    Krishna Janmashtami 2024: भगवान विष्णु ने धरती पर पाप और अधर्म का नाश करने के लिए हर युग में अवतार लिया है। विष्णु जी के एक प्रमुख अवतार भगवान श्रीकृष्ण हैं, जिनका जन्म मथुरा की राजकुमारी देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म राजा कंस की जेल में हुआ, जो देवकी के भाई और मथुरा के अत्याचारी शासक थे। कान्हा का बचपन गोकुल में माता यशोदा और नंद बाबा की देखरेख में बीता। जन्म के तुरंत बाद, वासुदेव ने उन्हें कंस के भय से बचाने के लिए अपने चचेरे भाई नंद बाबा और...

  • jaipur: जयपुर के आराध्य श्री गोविंददेवजी मंदिर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू, जानें इस बार क्या है खास

    Krishna Janmashtami 2024: भगवान विष्णु ने धरती पर पाप और अधर्म का नाश करने के लिए हर युग में अवतार लिया है। विष्णु जी के एक प्रमुख अवतार भगवान श्रीकृष्ण हैं, जिनका जन्म मथुरा की राजकुमारी देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म राजा कंस की जेल में हुआ, जो देवकी के भाई और मथुरा के अत्याचारी शासक थे। कान्हा का बचपन गोकुल में माता यशोदा और नंद बाबा की देखरेख में बीता। जन्म के तुरंत बाद, वासुदेव ने उन्हें कंस के भय से बचाने के लिए अपने चचेरे भाई नंद बाबा और...

  • SriKrishna Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आया छुट्टियों का Bunch,कम पैसों में घूम आएं ये जगहें

    Krishna Janmashtami 2024: भगवान विष्णु ने धरती पर पाप और अधर्म का नाश करने के लिए हर युग में अवतार लिया है। विष्णु जी के एक प्रमुख अवतार भगवान श्रीकृष्ण हैं, जिनका जन्म मथुरा की राजकुमारी देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म राजा कंस की जेल में हुआ, जो देवकी के भाई और मथुरा के अत्याचारी शासक थे। कान्हा का बचपन गोकुल में माता यशोदा और नंद बाबा की देखरेख में बीता। जन्म के तुरंत बाद, वासुदेव ने उन्हें कंस के भय से बचाने के लिए अपने चचेरे भाई नंद बाबा और...

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