share market crisis

  • शेयर बाजार को आश्वासन

    चुनाव नतीजों को लेकर बढ़े अनिश्चिय के साथ विदेशी निवेशकों में यह अंदेशा बढ़ा है कि अगर केंद्र में मिली-जुली सरकार बनी, तो वह ‘मार्केट के अनुकूल’ नीतियों पर उस आक्रामक अंदाज में नहीं चल पाएगी, जैसा नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है। शेयर बाजार में हलचल है। सिर्फ इसी महीने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारतीय बाजार से 28,200 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। अप्रैल में उन्होंने 8,700 करोड़ रुपये यहां से निकाले थे। जब यह माना जा रहा था कि इस आम चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत पक्की है, तब रुझान विदेशी निवेशकों के भारत में ज्यादा से ज्यादा...