sengol

  • लोकतंत्र में राजदंड नहीं होता, ब्रिटेन की राजशाही में होता है

    भोपाल। सेंगोल नामक एक “दंड” जो कभी चोला और चालुक्य राजवंशों में सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक होता था, उसे 21 वीं सदी में लोकतन्त्र की जन संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथा में लेकर परोछ रूप से सत्ता के दैवी सिद्धान्त को मान्यता दी हैं ! वह भी उस संसद के सामने जिसके सदस्य जनता से निर्वाचित हो कर आते हैं ! जिसमें गद्दी विरासत से नहीं मिलती वरन राजशाही में तो वंशानुगत ही सत्ता का हस्तांतरण होता है। ब्रिटेन में हाल ही में हुए सम्राट चार्ल्स थर्ड की ताजपोशी में प्रोटेस्टेंट धरम के द्वितीय प्रमुख लॉर्ड कैनटनबरी ने...