रतन टाटा की विरासत
जिस समय- रतन टाटा अपने ग्रुप के प्रमुख बने, भारतीय एवं विश्व अर्थव्यवस्था में नए युग की शुरुआत हो रही थी। नए तौर-तरीकों के अनुरूप अपने को आगे बढ़ाने की चुनौती दरपेश थी। रतन टाटा ने इस दायित्व को बखूबी संभाला। रतन टाटा ने प्रमुख उद्योगपति के रूप में अपनी मिली-जुली विरासत छोड़ते हुए दुनिया को अलविदा कहा है। जिस समय- यानी 1991 में वे टाटा ग्रुप के प्रमुख बने, भारतीय एवं विश्व अर्थव्यवस्था में नए युग की शुरुआत हो रही थी। नए दौर में पुराने तरीकों से कारोबार का माहौल सिकुड़ने लगा था। रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की...