‘अग्नि’: झुलसते सपने ऑन ड्यूटी
movie agni: राहुल ढोलकिया ने फायर फाइटर्स के जीवन को वास्तविकता के साथ प्रस्तुत करने में सफलता हासिल की है। आग लगने के दृश्यों में वीएफएक्स का उत्कृष्ट उपयोग किया गया है, जो दर्शकों को घटनाओं की गंभीरता का अनुभव कराता है। फ़िल्म की सिनेमैटोग्राफी शहर की भीड़भाड़ और अव्यवस्था को प्रभावी ढंग से कैद करती है, जो कहानी के मूड को बढ़ाती है। इस बार सिने-सोहबत में एक ऐसी ज़रूरी फ़िल्म, जो देश में लगातार बढ़ते शहरीकरण और कॉन्क्रीट जंगलों के विस्तार के बीच रहने वालों के लिए कई अहम् सवाल खड़ी करती है। फ़िल्म का नाम है 'अग्नि'...