President

  • बड़े लोगों को छोटे राजभवन मिले

    राज्यपालों की नियुक्ति का फैसला चौंकाने वाला था। हालांकि कई राजभवन पहले से खाली थे और कई जुलाई में खाली हुई तो कई अगले दो महीने में खाली होने वाले हैं। इसलिए राज्यपालों की नियुक्ति की उम्मीद की जा रही थी और यह भी उम्मीद की जा रही थी कि जिन नेताओं की टिकट कटी है या जो लोकसभा का चुनाव हारे हैं उनमें से कुछ लोगों को राज्यपाल बनाया जाएगा। हालांकि नई नियुक्त में इक्का दुक्का चेहरे ही ऐसे हैं, जिनकी टिकट कटी या जो चुनाव हारे और अब राज्यपाल बने हैं। जिन लोगों को राज्यपाल बनाया गया है...

  • मनोनीत श्रेणी की चार सीटें खाली हो रही हैं

    केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति राज्यसभा में 12 सदस्यों को मनोनीत करती हैं। इनमें से चार सदस्यों का कार्यकाल 13 जुलाई को खत्म हो रहा है। मशहूर नृत्यंगना सोनल मानसिंह, जाने माने मूर्तिकार रामशकल, जाने माने वकील महेश जेठमलानी और आरएसएस के संस्थापक केबी हेडगेवार के जीवनीकार व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राकेश सिन्हा रिटायर हो रहे हैं। राज्यसभा के लिए चुने गए सांसदों की सीट खाली होने पर जिस तरह चुनाव आयोग को एक निश्चित समय सीमा में रिक्ति भरनी होती है वैसी जरुरत मनोनीत श्रेणी के सांसदों के मामले में नहीं होती है। इसलिए कई बार मनोनीत...

  • ईरान के नौवें राष्ट्रपति बने मसूद पेज़ेशकियान

    तेहरान। ईरान के सुधारवादी नेता एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मसूद पेज़ेशकियान ने शुक्रवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की और देश के नौवें राष्ट्रपति बन गए है। ईरान के चुनाव मुख्यालय के प्रवक्ता मोहसिन एस्लामी ने पेजेशकियान (Masoud Pezeshkian) के जीत की घोषणा की। और बताया कि कुल 30,510,157 वोट में से मसूद पेज़ेशकियान (Masoud Pezeshkian) को 16,384,403 वोट मिले और उनके प्रतिद्वंदी सईद जलीली को 13,538,179 वोट मिले। पेजेशकियान पेशे से हृदय के सर्जन भी हैं। मसूद पेजेशकियान (Masoud Pezeshkian) ने पांच चार साल के कार्यकाल के लिए ईरानी संसद में सांसद के रूप में अपनी सेवा...

  • नड्डा की जगह कौन बनेगा अध्यक्ष?

    यह यक्ष प्रश्न है कि जगत प्रकाश नड्डा की जगह कौन बनेगा भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष? यह सवाल इसलिए ज्यादा अहम हो गया है क्योंकि जितने लोगों को संभावित दावेदार माना जा रहा था वे सभी लोग केंद्र सरकार में मंत्री बन गए हैं। नड्डा का केंद्र में मंत्री बनना पहले से तय था तभी कहा जा रहा था कि जून में उनका विस्तारित कार्यकाल खत्म होने के बाद नया अध्यक्ष बनेगा। नए अध्यक्ष के लिए चार या पांच नाम चर्चा में थे। लेकिन ये सभी लोग केंद्र में मंत्री बन गए हैं। रविवार को जब इन सभी नेताओं...

  • दक्षिण अफ्रीका में बदलाव

    एएनसी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक यात्राओं में काफी समानता है। क्या एएनसी नई चुनौतियों से उबरने में कामयाब होगी? या धीरे-धीरे दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में उसकी स्थिति वैसी ही हो जाएगी, जैसी भारत में इंडियन नेशनल कांग्रेस की हुई? दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्ताधारी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एनएसी) के पास बहुमत नहीं होगा। अब उसे अपना राष्ट्रपति चुनवाने के लिए किसी सहयोगी दल की जरूरत पड़ेगी। (दक्षिण अफ्रीका में कार्यकारी शक्ति राष्ट्रपति के हाथ में होती है, जिनका चुनाव संसद करती है।) रंगभेद की समाप्ति के...

  • कपिल सिब्बल बने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष

    एएनसी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक यात्राओं में काफी समानता है। क्या एएनसी नई चुनौतियों से उबरने में कामयाब होगी? या धीरे-धीरे दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में उसकी स्थिति वैसी ही हो जाएगी, जैसी भारत में इंडियन नेशनल कांग्रेस की हुई? दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्ताधारी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एनएसी) के पास बहुमत नहीं होगा। अब उसे अपना राष्ट्रपति चुनवाने के लिए किसी सहयोगी दल की जरूरत पड़ेगी। (दक्षिण अफ्रीका में कार्यकारी शक्ति राष्ट्रपति के हाथ में होती है, जिनका चुनाव संसद करती है।) रंगभेद की समाप्ति के...

  • संवैधानिक प्रमुख कौन… राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री…?

    एएनसी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक यात्राओं में काफी समानता है। क्या एएनसी नई चुनौतियों से उबरने में कामयाब होगी? या धीरे-धीरे दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में उसकी स्थिति वैसी ही हो जाएगी, जैसी भारत में इंडियन नेशनल कांग्रेस की हुई? दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्ताधारी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एनएसी) के पास बहुमत नहीं होगा। अब उसे अपना राष्ट्रपति चुनवाने के लिए किसी सहयोगी दल की जरूरत पड़ेगी। (दक्षिण अफ्रीका में कार्यकारी शक्ति राष्ट्रपति के हाथ में होती है, जिनका चुनाव संसद करती है।) रंगभेद की समाप्ति के...

  • ब्राजील में लूला डा सिल्वा ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली

    एएनसी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक यात्राओं में काफी समानता है। क्या एएनसी नई चुनौतियों से उबरने में कामयाब होगी? या धीरे-धीरे दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में उसकी स्थिति वैसी ही हो जाएगी, जैसी भारत में इंडियन नेशनल कांग्रेस की हुई? दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्ताधारी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एनएसी) के पास बहुमत नहीं होगा। अब उसे अपना राष्ट्रपति चुनवाने के लिए किसी सहयोगी दल की जरूरत पड़ेगी। (दक्षिण अफ्रीका में कार्यकारी शक्ति राष्ट्रपति के हाथ में होती है, जिनका चुनाव संसद करती है।) रंगभेद की समाप्ति के...

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