prakash karat

  • करात क्या विवाद सुलझा पाएंगे?

    देश की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीएम की कमान एक बार फिर प्रकाश करात को मिल गई है। वे लंबे समय तक सीपीएम के महासचिव रहे। हरकिशन सिंह सुरजीत के बाद उन्होंने पार्टी की कमान संभाली थी और उन्हीं की कमान में सीपीएम स्थायी तौर पर पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा की सत्ता से बाहर हुई। ले देकर अब पार्टी के पास केरल की सरकार बची है। सिर्फ सरकार की बात नहीं है, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में सीपीएम संगठन के तौर पर भी लगभग समाप्त हो गई है। माना जाता है कि करात की शुद्धतावादी राजनीति और अकेले चलने की...