prakash karat

  • सीपीएम की एकता बनाने की कोशिश

    भारत की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी में सबसे लचीले और सबको साथ लेकर चलने वाले नेता सीताराम येचुरी थे, जिनका पिछले दिनों निधन हो गया। यह संयोग है कि सबसे समावेशी नेता येचुरी के सीपीएम महासिचव रहते वाम मोर्चे में सबसे ज्यादा बिखराव हुआ। पश्चिम बंगाल से लेकर त्रिपुरा और केरल तक पार्टी पूरी तरह से हाशिए में गई वह एक बात है लेकिन इसके साथ साथ वामपंथी पार्टियों का मोर्चा भी बिखर गया। येचुरी सबको साथ लेकर नहीं चल सके या कमजोर होने की वजह से मोर्चा बिखरा यह विश्लेषण का विषय है लेकिन अब खबर है कि सीपीएम...